विधायक ने परिजनों की हत्या के बाद खुदकुशी की, अंतिम संस्कार संपन्न (लीड-3)
अभय के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक तीनों शवों के पोस्टमार्टम के बाद गंगा तट के गुलबी घाट पर हिन्दू रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। विधायक अभय के बड़े भाई अजय सिंह ने मुखाग्नि दी।
बिहार विधानसभा में सभी सदस्यों ने दिवंगत विधायक के सम्मान में मौन रखा और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
इस बीच, राज्य के पुलिस महानिदेशक आनंद शंकर ने बताया कि घटना की पूरी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी बिन्दुओं की जांच वैज्ञानिक तरीके से की जा रही है। आत्महत्या के कारणों का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है हालांकि विधायक के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक आत्महत्या का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है।
जमुई विधानसभा क्षेत्र से लगातार दो बार विधायक रह चुके अभय चार भाईयों में दूसरे नंबर पर थे। इस घटना के बाद जमुई में भी मातम पसर गया है।
अभय की शादी वर्ष 2005 में पटना के ही एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी की पुत्री सोनी सिंह के साथ बड़े धूमधाम से की गई थी। उनकी दो पुत्रियां हैं। चार वर्षीया खुशी घटना के समय अपनी दादी के पास थी।
घटना के बाद नरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी की हालत खराब है। दोनों को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती करा दिया गया है। उनकी स्थिति खतरे से बाहर बतायी जा रही है। नरेंद्र लालू प्रसाद मंत्रिमंडल में भी स्वास्थ्य मंत्री थे। उन्होंने जय प्रकाश नारायण के आंदोलन में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत कई मंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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