दुनिया का शीर्ष निर्यातक बन सकता है चीन
चीन के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम्स (जीएसी) द्वारा रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2009 के दौरान चीन का निर्यात 130.7 अरब डॉलर रहा जो वर्ष 2008 की समान अवधि की तुलना में 17.7 फीसदी अधिक था। नवम्बर 2008 के बाद चीन के निर्यात में आई यह पहली वृद्धि थी।
जीएसी के मुताबिक कुल मिलाकर वर्ष 2009 में चीन का निर्यात 12 खरब डॉलर रहा जो वर्ष 2008 की तुलना में 16 फीसदी कम था।
वर्ष 2002 से दुनिया का शीर्ष निर्यातक देश बने जर्मनी ने अभी तक वर्ष 2009 के निर्यात के आंकड़े जारी नहीं किए हैं।
यद्यपि, चीनी विशेषज्ञों और अधिकारियों का कहना है कि दुनिया की वास्तविक रूप में व्यापारिक ताकत बनने से चीन अभी काफी पीछे है। उनका कहना है कि निर्यात के ढांचे, प्रौद्योगिकी खोज और उद्योग में प्रतियोगता को देखते हुए ऐसा नहीं लग रहा है।
स्टेट काउंसिल के डेवलपमेंट रिसर्च सेंटर से जुड़े शोधकर्ता झाओ जिंपिंग ने कहा, "निर्यात के मामले में चीन द्वारा जर्मनी को पीछे छोड़ देने का मतलब यह है कि निर्यात के क्षेत्र में चीन वास्तव में एक बड़ी ताकत बन चुका है।"
उन्होंने हालांकि कहा कि निर्यात के ढांचे, प्रौद्योगिकी खोज और उद्योग की प्रतियोगिता को देखते हुए कहा जा सकता है कि चीन एक व्यावसायिक ताकत बनने से अभी काफी पीछे है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।