190 घंटे में बनाई 20 फुट लंबी अनूठी पेंटिंग
इस पेंटिंग का शीर्षक रखा गया है 'धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष'। इसके जरिये हिंदू मिथ के अनुसार जीवन के चार पक्षों को दर्शाया गया है। धर्म (समाज और परिवार के प्रति दायित्व), अर्थ (धन और सामाजिक हैसियत की खोज), काम (आनंद की खोज), मोक्ष (जीवन और मृत्यु के बंधन से मुक्त होना)।
ललित
कला
संकाय
के
चौथे
वर्ष
के
छात्रों
ने
13
दिसंबर
को
इस
पेंटिंग
की
शुरुआत
की
थी
और
इसे
20
दिसंबर
को
पूरा
किया
गया।
पेंटिंग
में
कई
चित्रों
के
माध्यम
से
गर्भ,
गर्भाशय
और
मानव
जीवन
की
विभिन्न
अवस्थाओं,
उसकी
इच्छाओं
और
अनुभवों
को
दर्शाया
किया
गया
है।
अनूठी
पेंटिंग
विश्वविद्यालय के दृश्य कला संकाय के वरिष्ठ सदस्य भी इस पेंटिंग को देखकर आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस पेटिंग को रिकार्ड बुक में शामिल किया जा सकता है।। विश्वविद्यालय के दृश्य कला संकाय के विभागाध्यक्ष अजय जेटली ने कहा, "पेंटिंग अपने आप में अनूठी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि इसे रिकार्ड बुक में जगह दी जाएगी।"
उन्होंने कहा कि 100 फीट की पेंटिंग तो हैं लेकिन हमने अभी तक 20 फुट लंबी वुड प्रिंट पेंटिंग के बारे में नहीं सुना। छात्र कुंवर अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में कल्याणी झा, निधि केसरवानी और शिल्पा सिंह ने इस पेंटिंग को बनाया। इन्होंने पालियों में काम कर इस पेंटिंग को लगातार 190 घंटे में पूरा किया।
कुंवर अमरेंद्र सिंह ने कहा, "पहले हमने अपना लक्ष्य लगातार सात दिनों (168 घंटे) तक पेंटिंग करने का रखा था। हम पालियों में काम करते थे और सामान्यतया दो छात्र एक साथ काम करते थे जिससे कि लक्ष्य को पूरा किया जा सके। "
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।