उल्का गिरने से नहीं हुआ डायनासोरों का विनाश
मेक्सिको के उत्तरी युकातान में वर्ष 1978 में खोजे गए इस गर्त का व्यास करीब 180 किलोमीटर है और इसके पूरी दुनिया पर काफी अधिक प्रभाव पड़ा। इस उल्का के गिरने से डायनासोरों के साथ अनगिनत प्रजातियां नष्ट हो गईं। बहरहाल काफी अधिक संख्या में वैज्ञानिक इस सिद्धांत से असहमत हैं।
न्यूजर्सी के प्रिंस्टन विश्वविद्यालय के गर्ट केलर और स्विट्जरलैंड के लुसाने विश्वविद्यालय के थियरी एडाटे के नेतृत्व में हुए नए शोध के अनुसार मेक्सिको में गर्त का निर्माण अधिक से अधिक 300,000 वर्ष पहले हुआ।
केलर का सुझाव है कि भारत में दक्कन के पर्वतहीय इलाके में होने वाले ज्वालामुखी विस्फोट संभवत: डायनासोरों के विनाश के लिए जिम्मेदार हैं। ज्वालामुखियों से निकली गैसों और धूल ने सूर्य के प्रकाश का रास्ता रोक दिया और ग्रीनहाउस जैसा प्रभाव पैदा किया।
शोध के परिणाम सोमवार को प्रकाशित जियोलाजिकल सोसायटी के जर्नल में दिए गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।