स्वाभाविक सहयोगी भारत से मजबूत रिश्ता चाहता है अमेरिका
वाशिंगटन, 29 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रपति बराक ओबामा अमेरिका और भारत को एक स्वाभाविक सहयोगी के रूप में देखते हैं और इन दोनों के बीच वर्षो से कायम रिश्तों को और मजबूत और गहरा बनाना चाहते हैं।
व्हाइट हाउस में ओबामा के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स ने बुधवार को कहा, "बहुत अधिक विस्तार में गए बिना मैं सोचता हूं कि राष्ट्रपति का विश्वास है कि अमेरिका और भारत स्वाभाविक मित्र और स्वाभाविक सहयोगी हैं।"
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति अपने इस कार्यकाल के दौरान साझेदारी को मजबूत और गहरा होते हुए देखते हैं जो पिछले कई वर्षो में दोनों देशों के बीच बने हैं।"
गिब्स ने कहा कि भविष्य में दोनों देशों के बीच रिश्तों के बारे में व्हाइट हाऊस के पास कहने के लिए बहुत कुछ रहेगा।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि ओबामा ने हाल की सर्जरी के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर ध्यान केंद्रित करने वाले व्हाइट हाउस के भारत के संबंध में नीति का खुलासा नहीं करने के पीछे कुछ कारण है, लेकिन भारत के संबंध में आए कुछ बयान पूर्व राष्ट्रपति जार्ज बुश की भारत-अमेरिका के संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में तब्दील करने की नीतियों का अनुसरण है।
गणतंत्र दिवस के मौके पर ओबामा ने भारत को शुभकामना संदेश देते हुए कहा था कि भारत की जनता को जानना चाहिए "उनके लिए अमेरिका से बेहतर मित्र और सहयोगी नहीं हो सकता।"
इसके बाद उन्होंने कहा था "दोनों राष्ट्रों ने मानवीय प्रयासों के हर क्षेत्र में जो बेहतरीन साझेदारी कायम की है वह कुछ नहीं है बल्कि यह हमारा साझा मूल्य है जो जनता और सरकारों से परे मजबूत संबंधों का मूल सिद्धांत बनाती है।
उन्होंने कहा, "ये मूल्य और विचार ऐसी ताकत मुहैया करवाते हैं जो हमें किसी भी चुनौती विशेषकर उनके खिलाफ जो हिंसा के सहारे हमारी स्वतंत्रता और खुले समाज को कमतर आंकते हैं, से निपटने में सक्षम बनाती है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।