तालिबान से तंग आकर पलायन को मजबूर हैं पश्तू कलाकार
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक तालिबान की ओर से कलाकारों को कोई अन्य पेशा अपनाने का फरमान जारी किया गया है। इस फरमान को न मानने वालों को तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है।
इसी सिलसिले में तालिबानी लड़ाकों ने ख्यातिनाम पश्तू हास्य कलाकार आलमजेब मुजाहिद को अगवा कर लिया था। एक सप्ताह की प्रताड़ना के बाद उन्हें इस शर्त पर रिहा किया गया कि वह अपना पेशा छोड़ देंगे।
300 से अधिक टीवी व मंचीय नाटकों में काम कर चुके 40 वर्षीय मुजाहिद अब तब्लीगी जमात नामक एक मुस्लिम संगठन से जुड़ने की योजना बना रहे हैं।
मुजाहिद ने अपहर्ताओं का नाम बताने से इंकार करते हुए कहा, "उन्होंने कहा कि मुझे सच्चाई व ईमानदारी के रास्ते पर चलना चाहिए। ईश्वर हमें पहले से ज्यादा बेहतर आय का स्रोत सुनिश्चित कराएगा।"
मुजाहिद ने तो नई जीवन शैली अपना कर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर ली है, लेकिन बहुत सारे कलाकार ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी जीवन शैली के साथ समझौता करने के बदले देश के अन्य हिस्सों या विदेशों में जाने को वरीयता दी है।
एक स्थानीय संगीतकार सहाब गुल ने कहा, "लगभग एक दर्जन गायक कनाडा, दुबई, जर्मनी, नार्वे व अन्य देशों में चले गए। देश छोड़ कर बाहर जाने वाले अन्य अभिनेताओं व कलाकारों की सूची भी काफी लंबी है।"
गुल ने कहा, "जिन लोगों के पास देश के बाहर जाने का जरिया नहीं है, उनके जीवन में भूखमरी की स्थिति है, क्योंकि तालिबान की धमकियों के कारण म्यूजिक एलबम्स, पश्तू फिल्मों व नाटकों की निर्माण संख्या लगभग आधे पर आ गई है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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