सोनिया ने रायबरेली में रेल कोच फैक्टरी की शुरुआत की (लीड-1)
रायबरेली के लालगंज में इस परियोजना की शुरुआत करने के बाद सोनिया ने कहा, "इस रेल कोच फैक्टरी से कम से कम देश भर के 8,000 से 10,000 युवाओं को रोजगार मिल सकेगा।"
उन्होंने कहा, "यह परियोजना विश्व की अन्य रेल कोच फैक्टरियों से बेहतर है। इस परियोजना से वातावरण कम से कम प्रदूषित हो, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।"
सोनिया ने कहा कि इसके अलावा भी संप्रग सरकार ने कई विकासात्मक और कल्याणकारी कदम उठाए हैं। चाहे वह शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर स्वास्थ्य का। उन्होंने कहा कि विकास कभी भी खत्म न होने वाली प्रक्रिया है इसलिए संप्रग सरकार देश के सर्वागीण विकास के लिए कदम उठाती रहेगी।
इस मौके पर लालू यादव ने कहा, "पूर्ववर्ती राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने रेलवे के निजीकरण की पूरी तैयारी कर ली थी।"
उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने इसके लिए राकेश मोहन समिति का गठन किया था जिसने दावा किया था कि अगले 30 वर्षो तक रेलवे की स्थिति नहीं सुधर सकती। हालांकि हमारी सरकार ने रेलवे को फायदेमंद साबित कर दिखाया है।
लालू ने रायबरेली में रेल कोच फैक्टरी का विरोध करने वालों की आलोचना करते हुए कहा, "इसका विरोध करने वालों को यह समझना चाहिए कि यह परियोजना हजारों लोगों को रोजगार प्रदान करेगी।"
राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा, "इससे पूरे क्षेत्र में बदलाव आएगा। उदाहरण के तौर पर पंजाब के कपूरथला को लीजिए। वहां हजारों लोगों को रोजगार मिला है। रायबरेली की रेल कोच फैक्टरी देश में इस प्रकार की तीसरी फैक्टरी होगी।"
रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक इस फैक्टरी से प्रति वर्ष 840 रेलवे कोच निर्मित किए जा सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि 1000 एकड़ जमीन पर प्रस्तावित यह परियोजना पिछले दिनों विवादों में आ गई थी जब इसके लिए उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य सरकार की 189.253 एकड़ जमीन देने से मना कर दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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