माया राज में दलितों का उत्पीड़न बढ़ा : पासवान
लखनऊ में आयोजित नेशनल दलित फ्रंट (एनडीएफ) के सम्मेलन में पासवान ने मायावती पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दलितों का मसीहा होने का दावा करने वाली मायावती ने अपने ही शासनकाल में उत्तरप्रदेश में दलितों के खिलाफ सबसे ज्यादा अत्याचार किए हैं।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पासवान के कहा कि मायावती ने दलितों के हितों की अनदेखी की है और इसका खामियाजा उन्हें आने वाले लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा। ज्ञात हो कि पासवान एनडीएफ के भी अध्यक्ष हैं।
पासवान ने जोर देकर कहा कि 2007 के विधानसभा चुनाव मे समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया मुलायम सिंह यादव का जो हाल हुआ वही हाल आगामी लोकसभा चुनाव में मायावती का होगा। देश का प्रधानमंत्री बनने का उनका ख्वाब बस ख्वाब ही रह जाएगा।
वाम दलों पर निशाना साधते हुए लोजपा प्रमुख ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से समर्थन वापस लेने वाले वामदलों का वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में महत्व कम हो गया है। इस तथ्य को नंदीग्राम में वामदलों को मिली करारी हार से बल मिलता है।
एनडीएफ के सम्मेलन में मौजूद रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष एवं एनडीएफ के सदस्य रामदास अठावले ने सत्यम घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की।
अठावले ने केंद्र की पूर्ववर्ती राष्ट्रीय जनतांत्रिकगठबंधन (राजग) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तत्कालीन राजग सरकार को सत्यम घोटाले की पूरी जानकारी थी, लेकिन उसने उस पर पर्दा डालने का काम किया। क्योंकि राजग के घटक दल तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सुप्रीमो व आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू सत्यम कंप्यूटर्स के प्रमुख रामलिंगा राजू के करीबी हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।