माईस्पेस पर किशोरों में हिंसा, यौन संबंधों और नशे की चर्चा
वाशिंगटन विश्वविद्यालय और सिएटल चिल्ड्रंस रिसर्च इंस्टीट्यूट के सेंटर फॉर चाइल्ड हेल्थ, बिहैवियर एंड डेवलपमेंट ने अपने शोध में कहा है कि सोशल नेटवर्किं ग वेबसाइट की बढ़ती लोकप्रियता से माता-पिता चिंतित हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे किशोर गलत इरादों वाले लोगों के संपर्क में आ सकते हैं।
शोधकर्ताओं में से एक क्रिस्टाकीज ने कहा कि हमें किशोरों और उनके मातापिता को इंटरनेट का सही ढंग से इस्तेमाल करना सिखाना होगा।
शोधकर्ताओं ने पाया था कि इन वेबसाइटों का इस्तेमाल करने वाले किशोर यहां अपने बारे में झूठी जानकारियां तो देते ही हैं साथ ही वे यहां हिंसा, यौन संबंधों और नशे आदि के बारे में भी खुल कर चर्चा करते हैं।
उल्लेखनीय है कि माइस्पेस और फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किं ग वेबसाइट्स की लोकप्रियता में हाल में काफी इजाफा हुआ है। इन साइट्स पर 20 करोड़ से अधिक लोगों के प्रोफाइल हैं जिनमें से 20 फीसदी की आयु18 वर्ष से कम के है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।