तालिबान नेताओं ने शांति वार्ता की खबरों का खंडन किया
काबुल, 24 दिसम्बर (आईएएनएस)। तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला उमर ने अफगानिस्तान सरकार से शांति वार्ता की खबरों को 'आधारहीन' और 'योजनाबद्ध दुष्प्रचार' कहते हुए उनका खंडन किया है।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार मुल्ला उमर ने एक आतंकवादी वेबसाइट पर दिए अपने बयान में कहा है कि उसका पश्चिमी देशों के समर्थन से बनी अफगान सरकार से कोई संपर्क नहीं है।
उमर के हवाले से बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरों ने ना तो सऊदी अरब और न ही संयुक्त अरब अमीरात में किसी चर्चा में हिस्सा लिया है।
सऊदी अरब के शाह अब्दुल्लाह ने सितम्बर में सात वर्षीय अफगान युद्ध को समाप्त करने के लिए तालिबान प्रतिनिधियों और करजई सरकार के बीच मक्का में वार्ता का आयोजन किया था।
अफगान सरकार और तालिबान दोनों के प्रवक्ताओं ने बैठक में तालिबान प्रतिनिधियों की उपस्थिति से इंकार किया था। परंतु सरकार का कहना था कि तालिबान संयुक्त अरब अमीरात में होने वाली दूसरी वार्ता में भाग लेने पर राजी हो गया है।
ईरानी मीडिया में ऐसी खबरें छपी थी कि मुल्ला उमर ने सऊदी शाह को एक पत्र भेजकर वार्ता की पूर्व शर्त रखते हुए सत्ता में हिस्सेदारी और नाटो सेनाओं की वापसी की मांग की है।
उमर ने इन खबरों का भी खंडन करते हुए कहा कि उसने सऊदी शाह को कोई पत्र नहीं भेजा है और न ही उसे किसी से कोई संदेश मिला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।