भारतीय अधिकारियों से बाद में मिल सकेंगे आईएसआई प्रमुख : जरदारी
नई दिल्ली, 29 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख को भारत भेजने से इनकार नहीं किया है और आश्वस्त किया है कि यदि भारत मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक या समूह के शामिल होने का सबूत देता है तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उनका देश इस हमले की जांच में भारत का पूरा सहयोग करेगा।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बातचीत में पाक प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने आईएसआई प्रमुख को भारत भेजने का सहमति व्यक्त की थी लेकिन कुछ ही घंटों बाद पाक अपने वादे से पलट गया और कहा कि वह केवल खुफिया विभाग के किसी प्रतिनिधि को भारत भेजेगा।
हालांकि, जरदानी ने स्पष्ट किया कि इस खबर को ठीक तरीके से पेश नहीं किया गया और उनका देश आईएसआई के केवल एक निदेशक को भेजने पर सहमत हुआ था।
पत्रकार करण थापर से बातचीत में जरदारी ने कहा, "हमने घोषणा की है कि आईएसआई के निदेशक को भारत भेजा जाएगा, क्योंकि महानिदेशक को भारत भेजना अभी बहुत जल्दबाजी होगी।"
निजी समाचार चैनल सीएनएन-आईबीएन पर रविवार को यह बातचीत प्रसारित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जांच के नतीजे आने के बाद संभवत: आईएसआई प्रमुख भारतीय अधिकारियों से मिलेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।