महाकाल मंदिर में कीड़ेयुक्त दूध से अभिषेक हो गया
उज्जैन, 4 अक्टूबर (आईएएनएस) उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार को कीड़ेयुक्त दूध से ज्योतिर्लिग का अभिषेक कर दिया गया। इस बात के उजागर होने पर मंदिर प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए है और अब पैकेट बंद दूध से ही महाकाल का अभिषेक कराने का निर्णय लिया है।
यहां पूजा अर्चना के साथ दूध से महाकाल के अभिषेक का विशेष महत्व है। यहां आने वाला हर श्रद्घालु दूध से अभिषेक करने की कामना लेकर आता है। मंदिर प्रशासन खुद भी इसके लिए दुग्ध संघ से प्रतिदिन 20 लीटर दूध लेता है। शनिवार को जब अभिषेक किया जा रहा था तब लोगों ने देखा कि दूध में कीड़े है। यह खबर जैसे ही श्रद्घालुओं और मंदिर प्रशासन तक पहुंची हर तरफ हड़कम्प मच गया।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक शुभकरण शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि कीड़ेयुक्त दूध से अभिषेक की बात सामने आने पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मंदिर की धर्मशाला के प्रबंधक को जांच अधिकारी बनाया गया है। वे तीन दिन में अपनी रिपोर्ट मंदिर प्रबंध समिति को सौंप देंगे। शर्मा ने कहा कि दूध में कीड़े कैसे आए, इसको लेकर मंदिर प्रबंधन चिन्तित है और उसे इस बात की भी जांच करना होगी कि कहीं यह किसी की यह साजिश तो नहीं है।
शर्मा के अनुसार प्रबंध समिति इसकी तह तक भी पहुंचने की कोशिश करेगी कि कीड़ेयुक्त दूध सिर्फ आज ही आया अथवा पूर्व में भी आया था। शर्मा के मुताबिक दुग्ध संघ के अधिकारियों से भी उन्होंने इस मसले पर चर्चा की है। मंदिर प्रबंध समिति ने निर्णय लिया है कि वह अब दुग्ध संघ से खुला नहीं बल्कि पैकेट बंद दूध ही क्रय करेंगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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