शास्त्रीय संगीत की चर्चा करते ब्लॉग
नई दिल्ली, 30 सितम्बर (आईएएनएस)। यदि आप भारतीय शास्त्रीय संगीत के विभिन्न रागों का आनंद उठाना चाहते हैं या फिर उसकी बारीकियों से रूबरू होने की इच्छा रखते हैं तो हिंदी ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है। ऐसे कई ब्लॉग हैं जहां केवल शास्त्रीय संगीत की ही चर्चा होती है।
नई दिल्ली, 30 सितम्बर (आईएएनएस)। यदि आप भारतीय शास्त्रीय संगीत के विभिन्न रागों का आनंद उठाना चाहते हैं या फिर उसकी बारीकियों से रूबरू होने की इच्छा रखते हैं तो हिंदी ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है। ऐसे कई ब्लॉग हैं जहां केवल शास्त्रीय संगीत की ही चर्चा होती है।
'राग विराग' 'ठुमरी' और 'वीणापाणी' जैसे ब्लॉग पर आने के बाद आप शास्त्रीय संगीत के मधुर तानों का आनंद उठा सकते हैं। 'राग विराग' में कथक नृत्य के लखनऊ और रायगढ़ घराने के बारे में ढेर सारी जानकारियां दी गई हैं। यहां कथक के बारे में कहा गया है, "यह एक ऐसा माध्यम है जो व्यक्ति विशेष द्वारा लोकोपदेश के लिए अभिनय के माध्यम से कथा की प्रस्तुति करे।"
'ठुमरी' ब्लॉग पर जाकर शास्त्रीय संगीत के विभिन्न रागों से संबंधित गीतों का आनंद उठाया जा सकता है, वहीं 'वीणापाणी' में राग बागेश्री से लेकर राग बिहाग के बारे जानकारी प्राप्त की जा सकती है वहीं मोहन वीणा को भी सुना जा सकता है। राग बागेश्री के बारे में यहां विस्तार से जानकारी दी गई है। इसके परिचय में कहा गया है, "रागों के सफर में आज जानेंगे राग बागेश्री को। यह काफी ठाट का राग है।"
कई ऐसे ब्लॉग हैं जो अपनी पोस्टों में विभिन्न शास्त्रीय गायकों के गीतों को पेश करते हैं। 'कबाड़ खाना' ब्लॉग के पुराने पोस्टों के देखने पर एक ऐसी ही पोस्ट सामने आती है, 'चलो सखी सौतन के घर जइहैं'। यहां मेवाती घराने के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज की आवाज में लोकप्रिय 'गुर्जरी तोड़ी' में गीत का आनंद उठाया जा सकता है।
'अंतध्र्वनि' ब्लॉग पर जाने पर पंडित छन्नू लाल मिश्रा की आवाज का आनंद उठाया जा सकता है। यहां उनकी आवाज में रामचरित मानस की चौपाईयां सुनी जा सकती है। शास्त्रीय संगीत की ताल और लय को ब्लॉग की दुनिया में पहुंचाने के लिए ढेर सारे ब्लॉगर प्रयासरत है। इनमें से कई ब्लॉगों से तो रागों को डाउनलोड करने की भी सुविधा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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