इराक, ईरान के मसले पर उलझे ओबामा और मैक्के न
वाशिंगटन, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए दोनों प्रमुख दलों के उम्मीदवार अपनी पहली आमने-सामने की बहस में इराक युद्ध तथा अगले अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ईरानी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद से मुलाकात के मुद्दे पर उलझ गए।
डेमोक्रेट उम्मीदवार बराक ओबामा तथा रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन मैक्के न के बीच मिसीसिपी विश्वविद्यालय में शुक्रवार रात आयोजित इस बहस के दौरान इराक में अगले कदम के बारे में काफी असहमति दिखी।
जहां ओबामा ने इराक से अधिकांश सेनाओं की वापसी की योजना सामने रखी वहीं मैक्के न का कहना था कि जल्दबाजी में सेनाएं वापस बुलाने से इराक में अराजकता फैलेगी, जो उस क्षेत्र में अमेरिकी हितों के लिए खतरनाक हो सकती है।
ओबामा ने मार्च 2003 में इराक पर आक्रमण और सद्दाम हुसैन का तख्ता पलटने के राष्ट्रपति जार्ज बुश की कार्रवाई का समर्थन करने के मैक्के न के निर्णय को गलत बताया। मैक्के न ने ओबामा की अनुभवहीनता पर जोर देते हुए कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी जिन विदेश नीतियों की वकालत कर रहे हैं वे खतरनाक हैं।
पहली बार मंच पर एक साथ आए दोनों प्रत्याशियों ने अधिकांश समय तक विदेश नीति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की लेकिन अमेरिकी आर्थिक संकट से निपटने की अपनी योजना का खुलासा नहीं किया।
विदेश नीति के मसले पर 72 वर्षीय मैक्के न अवश्य 47 वर्षीय ओबामा से लाभ की स्थिति में हैं लेकिन ताजा सर्वेक्षणों के अनुसार आर्थिक मुद्दों पर मतदाता ओबामा के समर्थन में हैं। करीब 90 मिनट की इस बहस में कोई भी स्पष्ट विजेता के रूप में सामने नहीं आया।
इजरायल को दुनिया के नक्शे से समाप्त करने की बात कहने वाले अहमदीनेजाद से मुलाकात के दरवाजे खुले रखने के अपने पक्ष का बचाव करते हुए ओबामा ने कहा कि अमेरिका के शत्रुओं से वार्ता जारी रखने से उन क्षेत्रों का पता लगाया जा सकता है, जहां सहमति कायम हो सकती है।
उधर मैक्के न का कहना था यह ना सिर्फ अनुभवहीनता है, वरन खतरनाक भी है।
दोनों उम्मीदवारों ने इराक युद्ध का सही संचालन नहीं करने के लिए बुश की आलोचना की परंतु मैक्के न ने इराक में हिंसक घटनाओं में कमी का श्रेय वहां अमेरिकी सैनिकों की संख्या में बढ़ोतरी के बुश के निर्णय को दिया। मैक्के न ने कहा, "यह रणनीति सफल है, और हम इराक युद्ध जीत रहे हैं।"
दोनों नेताओं के बीच बहस की शुरूआत आर्थिक संकट से निपटने के लिए बुश की 700 अरब डॉलर की योजना से हुई।
मैक्के न ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति विनियामक एजेंसियों के वॉल स्ट्रीट के संकट को रोकने में असफलता का परिणाम है। वहीं ओबामा ने कहा कि मौजूदा संकट पिछले आठ साल से जारी बुश की आर्थिक नीतियों का परिणाम है। उन्होंने मैक्के न पर बुश की आर्थिक नीतियों के समर्थन का आरोप लगाया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*