गैर सरकारी संगठनों ने सार्क खाद्य बैंक की मांग की
कैंडी, 26 जुलाई (आईएएनएस)। दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन (सार्क) के नेताओं द्वारा खाद्यान्नों की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण नहीं कर पाने के कारण दक्षिण एशिया में भुखमरी से प्रभावित लोगों की संख्या 2009 तक बढ़कर 58.8 करोड़ से अधिक हो जाने की आशंका है।
गैरसरकारी संगठनों के एक समूह 'इमैजिन ए न्यू साउथ एशिया' (आईएनएसए) द्वारा पिछले सप्ताह दक्षिण एशिया में खाद्यान्नों की बढ़ती कीमतों और गरीबी पर जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
रिपोर्ट के लेखक और एक्शन ऐड बांग्लादेश के आपात और खाद्य अधिकार के प्रमुख शाहिदुर रहमान ने कहा कि दक्षिण एशिया में जरूरी सामानों की कीमत छह महीने में तीन गुनी हो चुकी हैं।
गैर सरकारी संगठनों द्वारा लगाए गए अनुमान के अनुसार इस दौरान कीमतों में हुई 25 प्रतिशत की वृद्धि के कारण 14 करोड़ अतिरिक्त लोग गरीबों की कतार में शामिल हो चुके हैं।
आईएनएसए की क्षेत्रीय संचालन समिति के अध्यक्ष काजी खलीकुज्जमा अहमद ने कहा कि सार्क नेताओं को एक खाद्य बैंक स्थापित करने के लिए तुरंत कदम उठाना चाहिए।
आईएनएसए ने सार्क नेताओं से कहा है कि वे 20 लाख टन चावल और गेंहू के खाद्य बैंक का निर्माण करें, जिसमें सभी देश योगदान दें।
एक्शन ऐड के एशिया के निदेशक जान सैमुअल ने कहा कि सार्क नेताओं को भोजन के अधिकार और भूख मुक्त दक्षिण एशिया के लिए एक चार्टर तैयार करना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।