मप्र के 11 जिलों में मजाक उड़ रहा है मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना का
भोपाल, 26 जुलाई (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के मजदूर परिवारों के जीवन को बदलने के लिए शुरू हुई मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना का राज्य के 11 जिलों में जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है। इन जिलों में मजदूर परिवारों को योजना का लाभ मिलना तो दूर इन लोगों के बीच अब तक परिचय-पत्र भी नहीं बांटे गए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना के क्रियान्वयन में बरती जा रही ढिलाई पर शुक्रवार को नाराजगी जाहिर की और इन जिलों के जिलाधिकारी और जिला पंचायत के कार्यपालन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। राज्य में इस योजना के तहत मजदूर परिवारों को प्रसूति, छात्रवृत्ति, अंत्येष्टि, विवाह, मेधावी छात्र पुरस्कार, चिकित्सा, आम आदमी बीमा योजना और दुर्घटना अनुग्रह सहायता देने का प्रावधान रखा गया है।
इस बाबत पूरे प्रदेश में सर्वेक्षण कराए जाने के बाद कुल 13 लाख 42 हजार मजदूरों का पंजीयन हुआ है और 10 लाख 18 हजार मजदूरों के बीच परिचय-पत्र बांटे जा चुके हैं, लेकिन राज्य के 11 जिलों में जून के अंत तक परिचय-पत्रों के वितरण की शुरुआत भी नहीं हुई है। इसमें राजगढ़, गुना, दतिया, झाबुआ, खरगोन, बुरहानपुर, उज्जैन, रतलाम, शाजापुर, नीमच और अनूपपुर शामिल हैं। इसका खुलासा मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुई समीक्षा बैठक में हुआ।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने अन्य मंत्रियों व अधिकारियों की उपस्थिति में अपनी नाराजगी जताई और जिला अधिकारियों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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