संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त बन सकती हैं भारतीय मूल की महिला (लीड-1)
पिल्लै के नाम को मंजूरी देने के लिए सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक होगी। मंजूरी मिलने पर 67 वर्षीया पिल्लै कनाडा सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश लुईस आर्बर का स्थान लेंगी। उनका चार वर्ष का कार्यकाल अगस्त से शुरु होगा।
संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता माइकल मोंटास ने कहा कि मून ने गुरुवार को पिल्लै के नाम की सिफारिश करने से पूर्व संयुक्त राष्ट्र सदस्य राष्ट्रों और गैर सरकारी संगठनों से चर्चा की थी।
समाचार एजेंसी डीपीए ने मोंटास के हवाले से कहा, "महासचिव संगठन के एजेंडे में मानवाधिकारों को सर्वोच्च रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
पिल्लै का जन्म 1941 में डरबन में एक तमिल भाषी बस चालक के परिवार में हुआ था। वर्ष 1995 में दक्षिण अफ्रीका के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद पर पहुंचने वाली वे पहली अश्वेत महिला थी।
पिल्लै ने हावर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। उन्होंने वर्ष 1982 में कानून में मास्टर की डिग्री और वर्ष 1988 में न्यायिक विज्ञान में डाक्टर की उपाधि प्राप्त की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*