जी-8 मंत्रियों ने की कार्बन उत्सर्जन में कटौती की अपील
टोक्यो, 26 मई (आईएएनएस)। विश्व के सात सबसे धनी देशों और रूस के पर्यावरण मंत्रियों ने 2050 तक ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को आधा करने और दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारण पर जोर दिया है।
जापान के पश्चिमी शहर कोबे में पर्यावरण पर एक तीन दिवसीय बैठक की समाप्ति के अवसर पर ग्रुप आठ (जी-8) देशों के नेताओं ने जुलाई में टोक्यो में होने वाली बैठक में भी अल्पकालिक लक्ष्य निर्धारित करने की अपील की है।
इस बैठक में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका ने शिरकत की थी।
बैठक में शिरकत कर रहे प्रतिनिधियों ने कहा कि अमेरिका ने अंतिम घोषणा के विरोध में आवाज उठाई थी। वहीं जर्मनी के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख मैथियास मैक्निग ने घोषणा का समर्थन किया है।
जर्मनी के उपपर्यावरण मंत्री ने जापान को अपनी बात स्पष्ट रूप से रखने पर बधाई दी और कहा कि पर्यावरण रक्षा के लिए दीर्घकालिक और अल्पकालिक, दोनों योजनाओं की जरूरत है।
बैठक में गत वर्ष जर्मनी में हुई जी-8 बैठक के समझौते से आगे बढ़ने के लिए मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की अपील की गई। उल्लेखनीय है कि जर्मनी की बैठक में भी वैश्विक तौर पर उत्सर्जन में 50 प्रतिशत कमी करने पर सदस्य देशों के बीच रजामंदी हुई थी।
गौरतलब है कि बैठक में जापान की सिफारिशों के अनुसार प्रति क्षेत्र और प्रति उद्योग के हिसाब से ऊर्जा इस्तेमाल पर जोर दिया गया है। इस विधि से उत्सर्जन में कटौती के राष्ट्रीय लक्ष्य पूरे हो सकेंगे। इन क्षेत्रों में कार्यालय, घर और यातायात भी शामिल किए जा सकते हैं।
सन 2012 में पूरे हो रहे क्योटो प्रोटोकॉल के बाद पर्यावरण संबंधी एक नई रूपरेखा बनाने के लिए मंत्रियों ने औद्योगिक राष्ट्रों की लगातार बैठकों पर भी सहमति जताई। भावी बैठकों में कार्बन रहित समाज के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के गठन की जापान की सिफारिश पर भी विमर्श किया जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।