छत्तीसगढ़ के नौकरशाह शर्मिदा हुए
रायपुर, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के नौकरशाहों को उस समय शर्मिदगी का सामना करना पड़ा जब सरकार द्वारा प्रायोजित एक सामूहिक विवाह समारोह में आए 11 नाबालिगों के मां-बाप ने वापस जाने से इंकार कर दिया।
रामनवमी के अवसर पर दुर्ग जिले के महिला और बाल विकास विभाग ने सोमवार का 18 जोड़ों के विवाह समारोह का आयोजन किया था लेकिन इनमें से कई विवाह अचानक रद्द करने पड़े जब पता चला कि उनमें से दस लड़कियां और एक लड़का नाबालिग हैं।
अधिकारियों द्वारा उनका विवाह कराए जाने से किए गए इंकार को उनके मां-बाप ने अपना अपमान माना और वे विवाह संपन्न कराने पर जोर देते रहे।
महिला और बाल विकास विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "हमें उस समय शर्मिदा होना पड़ा जब बच्चों के मां-बाप यह कह कर विवाह पर जोर डालते रहे कि स्थानीय अधिकारियों ने उन्हें इस योजना के तहत अप्रैल तक का अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए यहां भेजा है।"
यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ सरकार की गरीब लड़कियों का सामूहिक विवाह कराने की योजना के अंतर्गत आयोजित किया गया था।
दुर्ग के जिलाधिकारी सुब्रत साहू ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।