जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति मुगाबे मुसीबत में
जोहांसबर्ग/हरारे, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। संसदीय चुनावों में हार के बावजूद जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रार्बट मुगाबे अपनी गद्दी बचाने के लिए आखिरी समय तक प्रयास करेंगे।
जिम्बाब्वे के उप सूचना मंत्री ब्राइट माटोंगा ने गुरुवार को बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में कहा "राष्ट्रपति मुगाबे अंत तक संघर्ष करेंगे।"
पांच दिन पहले संयुक्त रूप से राष्ट्रपति, संसद, और स्थानीय निकायों के चुनाव हुए थे। संसदीय चुनावों में मुगाबे की पराजय के बाद अब राष्ट्रपति पद के चुनाव के परिणाम की बेसब्री से प्रतीक्षा की जा रही है जिससे उनके 28 वर्ष के शासन का अंत हो सकता है।
विश्लेषकों का मानना है कि विपक्षी मूवमेंट फार डेमोक्रेटिक चेंज (एमडीसी) के नेता मार्गन स्वांगिरी के हाथों मुगाबे की हार हो सकती है।
स्वांगिरी सहित एमडीसी के शीर्ष नेता पार्टी कार्यस्थल की तलाशी लिए जाने के बाद से भूमिगत हो गए हैं।
स्वांगिरी की पार्टी ने घोषित कर दिया है कि उनके नेता 50.3 प्रतिशत वोट पाकर चुनाव जीत चुके हैं।
जिम्बाब्वे के निर्वाचन आयोग ने कहा है कि सभी चुनाव परिणाम शुक्रवार तक घोषित कर दिए जाएंगे।
संसदीय चुनावों के परिणामों के आधार अंतर्राष्ट्रीय समुदाय चाहता है कि मुगाबे हार स्वीकार कर लें।
दक्षिण अफ्रीका के बिशप डेसमंड टूटू ने मुगाबे से गरिमापूर्ण ढंग से हार स्वीकार करने को कहा है।
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान ने चेतावनी दी है कि विश्व जिम्बाब्वे चुनावों पर नजर रखे हुए है और नेताओं को संविधान और निर्वाचन नियमों का सम्मान करना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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