भेल भोपाल लक्ष्य से आगे निकला
भोपाल, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड की भोपाल इकाई ने अपने लक्ष्यों को भेदने में न केवल सफलता हासिल की है बल्कि वह उससे बीस फीसदी आगे ही निकल गया है।
भेल के कार्यपालक निदेशक आऱ क़े सिंह बीते वर्ष को भेल के लिए उपलब्धियों और सफलताओं का वर्ष मानते हैं।
श्री सिंह ने पत्रकारों के बीच भेल की उपलब्धियों का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि भेल ने हर क्षेत्र में तय लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया है। कुल टर्नओवर में 22 प्रतिशत की बढोतरी हुई है और यह आंकड़ा 2808 करोड़ तक पहुंच गया है। कर पूर्व लाभ 504 करोड़ रहा जो लक्ष्य से करीब 23 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह ऑर्डर बुक प्राप्त करने के मामले में भी भेल लक्ष्य से 31 प्रतिशत आगे निकल गया। उसने कुल 4014 करोड़ के ऑर्डर प्राप्त किए। मूल्य संवर्धन में भेल ने 20 प्रतिशत अधिक सफलता पाई।
बाजार में चल रही प्रतिस्पर्धा के मामले में श्री सिंह ने बताया कि भेल ने बहुराष्ट्रीय कम्पनियों से भी जमकर मुकाबला किया है और उसने सूडान की थर्मल पावर परियोजना, लीबिया की कम्पनी इको, ग्रीस, अजर बैजान और बांग्लादेश सहित कई देशों को अपने माल की आपूर्ति की है। इसके अलावा भेल ने कप्लान हाईड्रो टरबाइन रनर की नई डिजाइन को भी बनाने में सफलता हासिल की है। भारतीय नौ सेना फ्रीगेड के लिए पहली बार स्वदेशी फोर्जिग एवं ब्लेड युक्त मरीन टरबाइन रोटर को भेल के थर्मल समूह ने विकसित किया है।
भेल भोपाल ने अपने वर्तमान और सेवा निवृत्त कर्मचारियों के लिए भी कई योजनाएं तैयार की हैं। वह नौकरी छोड़ चुके कर्मचारियों को फिर से मौका देने की तैयारी में है। वहीं वृद्धों के लिए आश्रम बनाया जाना है और वेतन के लिए ई बैंकिंग सुविधा शरू की गई हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।