यूएई-बहरीन के साथ संयुक्त श्रम प्रबंधन योजना
नई दिल्ली, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रवासी कामगारों द्वारा विदेश में काम शुरू करने से स्वदेश लौटने तक के मामले में भारत बाहरी राज्यों के साथ संयुक्त कार्रवाई करने वाला पहला देश बनने जा रहा है।
नई दिल्ली, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रवासी कामगारों द्वारा विदेश में काम शुरू करने से स्वदेश लौटने तक के मामले में भारत बाहरी राज्यों के साथ संयुक्त कार्रवाई करने वाला पहला देश बनने जा रहा है।
उम्मीद की जा रही है कि यह कार्यप्रणाली एक नए अंतर्राष्ट्रीय मॉडल के तौर पर स्थापित होगी। इस दिशा में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ मार्च में एक अग्रगामी परियोजना शुरू करने की दिशा में बैठक हो चुकी है। माह के अंत तक बहरीन भी योजना हेतु विमर्श के लिए अपना एक दल भेजेगा।
प्रवासी भारतीय कार्य मंत्रालय के सूत्र के अनुसार, "दोनों देशों के लिए समान परियोजना दस्तावेज लागू किए जाएंगे।"
इस विषय में भारतीय योजना जनवरी में अबू धाबी में प्रवासी श्रमिक कामगारों से संबंधी देशों की बैठक के अनुसार होगी जिसमें अस्थायी कामगारों से जुड़े समूचे आवागमन पर विमर्श किया गया था।
गौरतलब है कि प्रवासी भारतीय कामगार सबसे बड़ी संख्या में यूएई जाते हैं। प्रस्तावित योजना के अमल में लाए जाने के बाद गैर-कानूनी प्रवास पर रोक लगेगी और बाजार की मांग के अनुसार कामगारों की आपूर्ति के बीच समन्वय स्थापित होगा।
उल्लेखनीय है कि प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री वायलार रवि ने इस योजना की सिफारिश रखी थी।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, "हम एक बहुआयामी ढांचा तैयार करना चाहते हैं जिसे बाद में 22 देशों द्वारा अपनाया जा सकता है।"
सूत्रों के अनुसार योजना का मसौदा सितंबर तक तैयार किया जाएगा जिसे अक्तू बर में मनीला में प्रवास और विकास संबंधी वैश्विक फोरम में रखा जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।