जीन संवर्धित फसलों के खेत परीक्षण को अनुमति
नयी दिल्ली 13 फरवरी.वार्ता. उच्चतम न्यायालय ने अनुवांशिक प से संशोधित खाद्य फसलों की विभिन्न किस्मों के खेत परीक्षण को आज अनुमति प्रदान कर दी
मुख्य न्यायाधीश के जी बालाकृष्णन, न्यायमूर्ति आर वी रवींद्रन एवं न्यायमूति जे एम पांचाल की संयुक्त पीठ ने इस आशय की अनुमति प्रदान करते हुए केंद्र सरकार को अनुवांशिक इंजीनियंरिंग अनुमोदन समिति.जीईएसी. की बैठक में भारतीय ज्ञान आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डा. पी एम भार्गव और प्रसिद्ध कृष िविज्ञानी डा.एम एस स्वामीनाथन को शामिल करने के निर्देश दिए
याचिकाकर्ता अरूणा रोड्रिक्स के वकील प्रशांत भूषण ने पद्म विभूषण विजेता को. जीईएसी. में शामिल करने की मांग की थी जबकि निजी कंपनियों ने इसकी बैठक में डा. स्वामीनाथन को शामिल करने का अनुरोध किया था
इससे पहले कें द्र सरकार ने तर्क दिया था कि वातावरण और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक जीन संवर्धित फसलों के खेत परीक्षण का मामला सरकार पर छोड दिया जाना चाहिए1 सरकार ने कहा था कि ऐसे मामले तय करने के लिए एक प्रक्रिया है जो विशेषज्ञों क ी सलाह पर करती है1 सरकार ने कहा था कि अदालत ऐसे मामले तय करने के लिए नहीं है
सत्या संजीव अजय जगबीर1936जारी वार्ता