खेल सामानों के निर्यात को पूरा प्रोत्साहन देगी सरकार.. कमलनाथ
नयी दिल्ली. 18 दिसंबर .वार्ता. खेल कूद के सामानों के घटते निर्यात के बीच वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कमलनाथ ने इस उद्योग को निर्यात में सालाना 40 .. 50 प्रतिशत की दर से निर्यात बढाने का आज आह्वान किया
श्री कमलाथ ने कहा.. जब पाकिस्तान खेल के सामानों का बडा निर्यातक हो सकता है और चीन विशाल मात्रा में निर्यात कर रहा है तो भारत इस मामले में क्यों पीछे रहे1 वह यहां खेल सामान एवं खिलौना निर्यात संवर्धन परिषद . एसजीईपीसी. के वार्षकि पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे1 2006..07 में सर्वाधिक निर्यात के लिए सैन्सपैरेल्स ग्रीनलैंड प्रा.लि. को स्वर्ण पदक . साकर इंटरनेशनल प्रा लि को रजत और इंका हैमक मैन्यूफैक्चरर्स एण्ड एक्सपोेट्र्स प्रा लि. को कांस्य पदक दिया गया
पिछले वर्ष इस क्षेत्र का निर्यात 11 प्रतिशत की वार्षकि दर से बढा था1 वाणिज्य मंत्री ने कहा कि ..यह वृद्धि भारत की संभावनाओं के आगे कुछ भी नहीं है1 हमें 40 ..50 प्रतिशत की दर से बढना होगा
श्री कमलनाथ ने खेल सामान निर्यातकों के समक्ष यह चुनौती ऐसे समय रखी है जबकि वे डालर के मुकाबले रूपए की विनियम दर में तेजी से त्रस्त हैं1 एसजीईपीसी के उपाध्यक्ष के सी आनंद ने कहा कि पिछले वर्ष 509 करोड पये का निर्यात हुआ था जबकि इस वर्ष डालर के हिसाब से 10 से 15 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है1 श्री आनंद ने यूनीवार्ता से कहा कि इस क्षेत्र में भारत के कुल निर्यात में 50 प्रतिशत फुटबाल का हिस्सा है1 इस क्षेत्र में हम दस वर्ष पहले तक चीन से आगे थे आज चीन हमसे 50 गुना आगे पहुंच गया है क्यों कि वहां की इकाइयों को .भारी सरकारी सहायता मिल रही है1 उन्होंने ..रूपए के हिसाब से निर्यातकों की आय की रक्षा करने की सरकार से अपील करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि विनिमय दर के कारण पास्तिान के निर्यातक भारत के मुकाबले लाभ की स्थिति में हैं1 श्री कमलनाथ ने खेल सामान निर्यातकों को निर्यात संवर्धन के बारे में सुाव पेश करने की सलाह देते हुए कहा ... आप हमारे सामने प्रस्ताव रखिए हम उसपर विचार करने को तैयार हैं1 उन्होंने कहा कि ब्रांड स्थापना के मामले में इंडिया ब्रांड इक्विटी फंड से सहायता दी जा सकती है
बैठक को संबोधित करते हुए परिषद के अध्यक्ष और वाणिज्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव अनिल मुकीम ने कहा कि अपनी श्रम गहन प्रकृति की दृष्टि से यह उद्योग सरकार की निगाह में ऊंचाई पर है
मनोहर कैलाश वीरेन्द्र1703 वार्ता