22 से ठंड बढने की संभावना
उज्जैन. 18 दिसम्बर .वार्ता. खगोल वैज्ञानिकों का मानना है किबाईस दिसम्बर को सूर्य की किरणों के मकर रेखा पर सीधी पडने से उस दिन भारत समेत समूचे उत्तरी गोलाद्र्ध में ठंड बढने की संभावना है1 प्रतिवर्ष खगोलीय घटनाओं के अन्तर्गत ..सूर्य.. की किरणें 22 दिसम्बर को मकर रेखा पर सीधी पडती है तब पृथ्वी के ुकाव के कारण सूर्य का प्रकाश तथा ऊष्मा उत्तरी गोलाद्र्ध पर कम मिलती है और इस दौरान यहां सूर्य की किरणे तिरछी पडती है1 इससे भी पृथ्वी पर ठंडक बनी रहती है1 इसके उल्टे दक्षिण गोलाद्र्ध में सूर्य की किरणें सीधी पडनेके कारण वहां गर्मी अत्यधिक पडती है1 वराह मिहिर वैज्ञानिक धरोहर एवं शोध संस्थान के खगोल विज्ञानीसंजय केथवास ने आज यहां बताया कि खगोल विज्ञान में प्रतिवर्ष 22दिसम्बर ठंड का पहला दिन माना गया है1 22 दिसम्बर के पूर्व उत्तर भारत सहित उत्तरी क्षेत्र में ठंड अधिक होने कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ...सूर्य..पर विगत दिनों काले धब्बे सक्रियहोने के कारण पृथ्वी को मिलने वाली सूर्य की ऊष्मा में कमी आयी हैऔर आगामी समय में भी उत्तरी क्षेत्र में ठंड और अधिक होने कीसंभावना है
उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक कुल मिलाकर धरती का तापमान बढने ..ग्लोबल वार्मिग.. की प्रक्रिया से चितिंत है लेकिन वर्तमान में इसके अतिरिक्त सूर्य पर सक्रिय काले धब्बों के कारण उससे मिलने वाली ऊष्मा में कमी आती है1 सं0 बिष्ट शिव वीरेन्द्र1523 जारी वार्ता