UGC ने लिखा पत्र, विदेशी छात्रों के लिए कंप्लायंस ऑफिसर की नियुक्ति की मांग की
नई दिल्ली,4 अक्टूबरः यूजीसी की ओर से बड़ा फैसला सामने आया है। भारत में बहुत से ऐसे छात्र भी हैं, जो विदेशों से आकर अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। विदेशों से आए छात्रों को अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ा। विदेशी छात्रों की
नई दिल्ली,4 अक्टूबरः यूजीसी की ओर से बड़ा फैसला सामने आया है। भारत में बहुत से ऐसे छात्र भी हैं, जो विदेशों से आकर अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। विदेशों से आए छात्रों को अक्सर परेशानियों का सामना करना पड़ा। विदेशी छात्रों की समस्या को शैक्षिक संस्थानों जैसे युनिवर्सिटी में संबोधित करने के लिए, फिलहाल कोई व्यवस्था नहीं है और ना ही कोई एक व्यक्ति इस के लिए नियुक्त किया गया है। यूजीसी ने इस समस्या को हल करने के लिए शैक्षिक संस्थानों में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालयों (एफआरआरओ)/विदेशी पंजीकरण कार्यालयों (एफआरओ) द्वारा संपर्क में रहने वाले एक व्यक्ति को नियुक्त करेगा जो हर शैक्षिक संस्थानों में मौजुद रहेगा, जिस से विदेशी छात्रों को वीजा में होने वाली देरी, सर्विस अप्लिकेशन में दिक्कत या विदेशी छात्रों के साथ होने वाली रैगगिंग जैसी समस्या से छात्रों को राहत मिलेगी।
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यूजीसी के अध्यक्ष, एम जगदीश कुमार ने इस विषय पर बात करते हुआ कहा कि हमने सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को विदेशी छात्रों के साथ समन्वय बनाने के लिए कॉम्पलाइस ऑफिसर की नियुक्ति के लिए पत्र लिखा गया है। एफआरआरओ और एफआरओ के साथ विदेशी छात्रों का समन्यव बना रहे इसलिए कंप्लायंस ऑफिसर की नियुक्ति की जाएगी। जिससे अकादमिक प्रदर्शन और अन्य अकादमिक रिकॉर्ड के साथ वीजा पंजीकरण, वीजा विस्तार, निकास परमिट इत्यादि जैसी समस्याओं से छात्रों को राहत मिलेगी। यूजीसी ने यह भी साफ किया की विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) से मान्यता प्राप्त या एनटाइटल ऑनलाइन प्रोग्राम में विदेश मंत्रालय (एमईए)के जारिए एडमिशन लेते हैं तब उन्हें किसी भी तरह के पासपोर्ट की जरूरत नहीं है।