GATE परीक्षा रद्द कराने की ऑनलाइन याचिका पर 22,000 उम्मीदवारों ने किये हस्ताक्षर, शिक्षा मंत्रालय ने दिया जवाब
कोरोना वायरस को देखते हुए 22,000 से ज्यादा उम्मीदवार ने ग्रेजुएट एप्टीट्यूड इन इंजीनियरिंग टेस्ट (गेट) परीक्षा को रद्द कराने की एक ऑनलाइन याचिका का समर्थन किया है।
नई दिल्ली, 18 जनवरी। कोरोना वायरस को देखते हुए 22,000 से ज्यादा उम्मीदवार ने ग्रेजुएट एप्टीट्यूड इन इंजीनियरिंग टेस्ट (गेट) परीक्षा को रद्द कराने की एक ऑनलाइन याचिका का समर्थन किया है। बता दें कि यह परीक्षा 5 से 13 फरवरी के बीच ऑफलाइन मोड में आयोजित की जानी है। बता दें कि GATE परीक्षा का आयोजन विज्ञान और इंजीनियरिंग में विभिन्न स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है, इसके अलावा कई पब्लिक सेक्टर कंपनियां गेट परीक्षा के अंकों के आधार पर ही भर्ती करती हैं। उच्च शिक्षा विभाग , शिक्षा मंत्रालय, राष्ट्रीय समन्वय बोर्ड (NCB) -GATE की ओर से भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) बैंगलोर और देश के तमाम आईआईटी संस्थान संयुक्त रूप से इस परीक्षा का आयोजन करते हैं।
इस याचिका में कहा गया है कि देश इस समय कोरोना वायरस और ओमिक्रॉन वेरिएंट से जूझ रहा है और आईआईटी कानपुर सहित कुछ प्रमुख शिक्षा संस्थानों के अनुसार फरवरी की शुरुआत में कोरोना की तीसरी लहर पीक पर पहुंच सकती है जबकि इसके अप्रैल के अंत तक खत्म होने की उम्मीद है। इसलिए कोरोना की पीक से गेट की परीक्षाओं के मेल खाने की बहुत अधिक संभावना है।
यह भी पढ़ें: कोरोना के इलाज में कौन सी दवा कब और कैसे लेनी है? सरकार ने गाइडलाइन में किया बदलाव
यदि परीक्षा की तारीखें स्थगित नहीं होती तो गेट 2022 की परीक्षा में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के संक्रमित होने की संभावना है। इससे उनका और उनके परिवार का जीवन खतरे में पड़ सकता है। गेट प्रतिभागियों की ओर से जिन्होंने इस याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं, मेरा आपसे अनुरोध है कि इन परीक्षाओं को स्थगित कर अप्रैल के बाद परीक्षाओं की नई तिथि घोषित की जाए। इस याचिका पर आईआईटी कानपुर में अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। वहीं, शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'परीक्षा स्थगित करने के बारे में कोई बात नहीं हुई है। परीक्षा सभी एहतियाती उपायों के साथ आयोजित की जाएगी और आबादी का एक बड़े वर्ग को पहले की कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। परीक्षा स्थगित करने से लाखों छात्रों का करियर दांव पर लग जाएगा।