Fact Check: क्या उत्तरांचल यूनिवर्सिटी ने दीक्षांत समारोह के लिए भगवा स्कार्फ किया अनिवार्य?
नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर इन दिनों दीक्षांत समारोह की एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें छात्र कुर्ते के साथ भगवा रंग के स्कार्फ में नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये तस्वीर उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह की है, जहां ब्रिटिश युग से चली आ रही परंपरा का अंत हुआ है। कुछ स्थानीय वेबसाइट्स ने इससे संबंधित खबर भी बिना जांच के प्रकाशित कर दी।
फेसबुक पर राजेश कुमार सिंह नाम के शख्स ने लिखा कि उत्तराखंड की उतरांचल यूनिवर्सिटी ने अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही परंपरा को खत्म करते हुए दीक्षांत समारोह में इस वर्ष काले कोट और काली टोपी की जगह सभी छात्रों के लिए भगवा अनिवार्य किया। उम्मीद है इस परंपरा का पालन ज्यादा से ज्यादा होगा। सनातन धर्म सबसे सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने एक फोटो भी पोस्ट की, जिसमें लड़कियां कुर्ते के ऊपर भगवा रंग के स्कार्फ लिए हुए हैं। बिना सच्चाई जाने ही लोग इस फोटो को तेजी से वायरल करने लगे।
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वहीं जब हमारी टीम ने इस फोटो की पड़ताल की तो हकीकत कुछ और ही निकली। पहली बात तो इस साल कोरोना के चलते उत्तरांचल यूनिवर्सिटी ने दीक्षांत समारोह आयोजित ही नहीं करवाया, जबकि दूसरी बात ये कि फोटो पिछले साल की है। 2020 में यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह के दौरान जब ड्रेस को लेकर मीटिंग हुई तो सफेद कुर्ते पैजामे के साथ अलग-अलग रंगों के स्कार्फ पर फैसला हुआ। जिसमें अलग-अलग कोर्स के छात्रों के लिए अलग-अलग रंग तय किए गए। इसमें से एक रंग भगवा भी था। यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर बहुत सी फोटो मौजूद हैं, जिसमें छात्र भगवा के अलावा काले रंग के भी स्कार्प में नजर आ रहे। ऐसे में वायरल हो रहा दावा पूरी तरह से गलत है।
Fact Check
दावा
उत्तरांचल यूनिवर्सिटी ने दीक्षांत समारोह के लिए भगवा स्कार्फ किया अनिवार्य
नतीजा
फोटो पुरानी है, कई रंग के स्कार्फ थे शामिल