क्या सरकार ने 'जूम' के विकल्प के तौर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप 'नमस्ते' लॉन्च किया, जानिए सच्चाई
नई दिल्ली। दुनियाभर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए मशहूर ऐप जूम में यूजर डाटा की सुरक्षा को लेकर काफी विवाद हो रहा है। हाल ही में भारत में गृह मंत्रालय ने भी इस ऐप को लेकर एडवाइजरी जारी की थी जिसमें सरकारी कामों के लिए ऐप का प्रयोग न करने की सलाह दी गई थी। इस बीच एक न्यूज पोर्टल ने दावा किया है कि भारत सरकार 'जूम' के विकल्प के तौर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप 'नमस्ते' लेकर आ रही है, जिसका बीटा वर्जन लॉन्च कर दिया गया है।
इस पोर्टल में ये दावा तक किया गया है कि नमस्ते का ऐप वर्जन आईओएस और एंड्रॉयड दोनों वर्जन के लिए इस हफ्ते लॉन्च होने की संभावना है। आपको बता दें ये खबर पूरी तरह से गलत है। सरकार ने किसी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्लिकेशन को लॉन्च नहीं किया है और न ही किसी का समर्थन किया है।
भारत सरकार के हवाले से प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने न्यूज पोर्टल की इस खबर को फेक बताया है। PIB फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि सरकार ने न तो कोई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप लॉन्च किया है और न ही ऐसे ऐप को समर्थन किया है।
सरकार ने जूम ऐप को लेकर क्या सुरक्षा उपाय बताए?
- सभी मीटिंग्स के लिए अलग-अलग यूजर आईडी और पासवर्ड बनाएं।
- मीटिंग शुरू होने से पहले ज्वाइन फीचर को डिसेबल करें।
- स्क्रीन शेयरिंग की इजाजत सिर्फ उसे ही दें जो मीटिंग कर रहा है या होस्ट है।
- वेटिंग रूम फीचर को ऑन करें ताकि मीटिंग में सिर्फ वही लोग शामिल हो सकें जिन्हें आप चाहते हैं।
- हटाए गए लोगों को फिर से ज्वाइन होने का रास्त बंद करें यानी री-ज्वाइन को डिसेबल कर दें।
- आवश्यकता न हो तो फाइल ट्रांसफर फीचर को बंद रखें।
- मीटिंग में सभी लोगों के शामिल हो जाने के बाद मीटिंग को लॉक कर दें।
- रिकॉर्डिंग फीचर को बंद कर दें।
- यदि आप होस्ट हैं तो मीटिंग खत्म होने के तुरंत बाद सिस्टम को छोड़कर न जाएं।
- अपना लिंक किसी पब्लिक प्लैटफॉर्म पर शेयर न करें।
- इस्तेमाल के बाद अकाउंट को बंद कर दें।
फैक्ट चेक: क्या ऊना जिले में मुस्लिम गुज्जरों को दूध बेचने से रोका गया, जानिए क्या है सच्चाई