किसे मिलेगी यूपी की कुर्सी, जानिए क्या कह रहे हैं ज्योतिष के आंकड़े?
इस विधानसभा चुनाव में न सिर्फ मोदी की साख दॉव पर है बल्कि राज्य की सपा व बसपा जैसे क्षेत्रीय दलों का अस्तित्व भी सवालों के घेरे में है।
लखनऊ।
5
राज्यों
के
विधानसभा
चुनावों
की
घोषणा
हो
चुकी
है।
इन
पांचो
राज्यों
में
सबसे
अहम
उत्तर
प्रदेश
का
चुनाव
है,
क्योंकि
यूपी
से
लोकसभा
में
सबसे
ज्यादा
सीटें
प्राप्त
करके
मोदी
प्रधानमन्त्री
बने
है।
इस
विधानसभा
चुनाव
में
न
सिर्फ
मोदी
की
साख
दॉव
पर
है
बल्कि
राज्य
की
सपा
व
बसपा
जैसे
क्षेत्रीय
दलों
का
अस्तित्व
भी
सवालों
के
घेरे
में
है।
राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो अभी समय के गर्भ में है फिर भी आईये ज्योतिषीय आकलन के आधार पर जानते है कि यूपी के वर्ष 2017 विधानसभा चुनावों में कौन सी पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभरेगी एंव यूपी का अगला मुख्यमन्त्री कौन बनेगा?
बसपा
बसपा की मुखिया सुश्री मायावती का जन्म सिंह लग्न में हुआ है। वर्तमान में माया की जन्मपत्री में बुध की महादशा में शुक्र का अन्तर और शुक्र का अन्तर चल रहा है, जो अप्रैल 2017 तक चलेगा। शुक्र चतुर्थेश व लाभेश होकर अष्टम भाव में मंगल के नक्षत्र में स्थित है। मंगल पंचम एंव दशम भाव का प्रतिनिधित्व करते हुये अपनी राशि वृश्चिक के साथ पचंम भाव में बैठा है। 11 मार्च को मंगल अपनी मूल त्रिकोण राशि मेष में गोचर करेगा और लाभेश शुक्र उच्च का रहेगा। पंचम भाव जनता का कारक है, उसमें मंगल की स्थिति मजबूत है और दशम भाव राज्य से सम्बन्धित है। अतः ग्रहों की यह स्थिति दर्शाती है कि 2017 के विधान सभा चुनावों में बसपा पार्टी को पिछले चुनावों की अपेक्षा इस बार जनता का ठीक-ठाक समर्थन हासिल होगा।
11 मार्च को मघा नक्षत्र
चुनाव परिणाम घोषित होने के दिन 11 मार्च को मघा नक्षत्र क्षितिज पर रहेगा। बसपा0 की सुप्रिमो मायावती का जन्म धनिष्ठा नक्षत्र में हुआ है। तारा चक्र के अनुसार धनिष्ठा नक्षत्र से गिनने पर 15वें नम्बर पर मघा नक्षत्र पड़ रहा है, जो साधक नक्षत्रों की श्रेणी में आता है। साधक नक्षत्र सफलता दिलाने में मदद करते है। अतः इन सभी कारणों से 2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में बसपा0 पार्टी कम से कम 100 से 110 सीटें प्राप्त करके दूसरे स्थान पर बनी रहेगी।
सपा
समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साईकिल का संकेतक ग्रह शनि है। शनिदेव अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ तथा न्याय के पक्षधर है। शनिदेव ने सपा को पूर्ण बहुमत दिलाकर अपराध व अन्याय के प्रति न्याय की उम्मीद की थी पर शायद अखिलेश सरकार शनिदेव की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। 26 जनवरी से शनि वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा। धनु राशि का प्रतीक धनुष है एंव धनु का स्वामी बृहस्पति ग्रह है। गुरू न्याय करता है। इसलिए शनिदेव अबकी बार गुरू के धनुष से सपा के राजनैतिक किले को धराशाही कर देगें।
परिणाम घोषित होने की तारीख 11 मार्च
17वीं विधान सभा के परिणाम घोषित होने की तारीख 11 मार्च है। उस दिन क्षितिज पर मघा नक्षत्र रहेगा। अखिलेश का जन्म पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ है। तारा चक्र के अनुसार पुनर्वसु नक्षत्र से गिनने पर चौथे स्थान पर मघा नक्षत्र पड़ रहा है, जो बहुत शुभ नहीं कहा जा सकता है। अतः अखिलेश को विधान सभा चुनाव में 60 से 70 सीटें तक ही मिलने की उम्मीद नजर आ रही है।
कांग्रेस
कांग्रेस की नाम राशि मिथुन है तथा यूपी कांग्रेस के राजनैतिक रणनीतिकार प्रशान्त किशोर की नाम राशि कन्या है, जिस पर 26 जनवरी से शनि की ढैयया प्रारम्भ हो जायेगी। इसलिए शनि के प्रकोप के कारण पीके का कमाल कांग्रेस के काम नहीं आयेगा। कांग्रेस के भावी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की नाम राशि तुला है, जो उत्तर प्रदेश की कुण्डली में छठें स्थान में पड़ रही है। छठा स्थान विरोधी व शत्रु का संकेतक है। इसलिए इस बार भी राहुल की यूपी चुनाव में मेहनत जाया होगी। वैसे तो राहुल के लिए यूपी का राजनैतिक मैदान एक कठिन कुरूक्षेत्र के समान रहेगा। किन्तु फिर भी यदि कांग्रेस पार्टी सपा से गठबंधन करके चुनाव लड़ती है तो 20 से 25 सीटें पाकर अपनी साख बचाने में कामयाब हो सकती है।
भाजपा
लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश चुनाव प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के सबसे बड़ी चुनौती साबित होने जा रहे है। मोदी ही चुनाव का चेहरा बनेगें। मोदी के ढाई वर्ष के कामकाज की अग्नि परीक्षा है उत्तर प्रदेश चुनाव। इसलिए मोदी की कुण्डली ही देखना उचित होगा। मोदी की कुण्डली में वर्तमान में चन्द्रमा की महादशा में शनि का अन्तर चल रहा है। 25 जनवरी से 14 मार्च 2017 तक चन्द्रमा का प्रत्यन्तर चलेगा। इसी बीच में चुनाव परिणाम घोषित हो जायेंगे। शनि पराक्रमेश व चतुर्थेश होकर अपने मित्र के शुक्र के साथ दशम भाव में बैठा है। चन्द्रमा भाग्येश होकर मंगल के साथ बैठकर नीचभंग राजयोग का निर्माण कर रहा है। भाजपा की नाम राशि धनु है, जो दार्शनिकता और धर्म की संकेतक राशि है। इस बार धनु राशि में ही शनि गोचर करेगा। ये सभी एक शुभ संकेत है।
अंक ज्योतिष के अनुसार
17 सितम्बर को मोदी का जन्म हुआ था। सन् 2017 में 17 वीं विधान सभा के चुनाव हो रहें है। इन तीनों में 17 संख्या की विशेष समानता है एंव 17 को जोड़ने पर अंक 08 आयेगा जो शनिदेव का अंक है। और खास बात यह है कि शनिवार के दिन ही विधान सभा चुनाव परिणाम घोषित होगें। इन सभी संकेतों को मिलाया जाये तो परिणाम सामने आते है। प्रथम-यूपी के वर्ष 2017 चुनावों में मोदी के नेतृत्व में भाजपा 200 से 217 तक सीटें प्राप्त करके सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी। द्वितीय-ऐसी भी उम्मीद नजर आ रही है कि 17वीं विधान सभा की बागडोर किसी महिला मुख्यमन्त्री के हाथों में रहेगी।
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