Venus Transit in Scorpio: शु्क्र का वृश्चिक राशि में प्रवेश, जानिए क्या होगा असर?
Venus Transit in Scorpio: 11 दिसंबर को प्रात: 5 बजकर 17 मिनट पर शुक्र के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने के साथ ही यहां चतुर्ग्रही युति बन रही है। इसके बाद 12 दिसंबर से इस राशि में चंद्र के भी आ जाने से पंचग्रही युति बन जाएगी। यह युति 15 दिसंबर को समाप्त हो जाएगी। इस प्रकार एक दिन चतुर्ग्रही और चार दिन पंचग्रही युति रहेगी। वृश्चिक राशि में सूर्य, बुध, केतु पहले से ही गोचर कर रहे हैं। 11 दिसंबर को शुक्र भी इसी राशि में आ आएगा। इससे चतुर्ग्रही युति बन जाएगी। द्वादशी तिथि से सूर्य, बुध, शुक्र और केतु की युति शुभ नहीं है। यह अपनों से अराजकता, अलगाव, विवाद, सौम्यता में कमी, अनावश्यक लड़ाई जैसी स्थिति निर्मित करेगा। महंगाई बढ़ाने वाला, देश में अस्थिरता, राजा का विरोध जैसी स्थितियां बनती हैं। 12 दिसंबर से इसी राशि में चंद्र के भी आ जाने से भयंकर मानसिक कष्ट होगा।
वृश्चिक मंगल की राशि है
चूंकि वृश्चिक मंगल की राशि है। ऐसे में मेष और वृश्चिक राशि के लोग अत्यधिक तनाव, मानसिक पीड़ा से गुजरेंगे। इन्हें परिवार में कष्ट, संकटों का सामना करना पड़ सकता है। मनमुताबिक काम नहीं होने के कारण अराजकता की स्थिति में आ जाएंगे। इस दौरान पारिवारिक विवाद भी उलझन बढ़ाएंगे।
किस राशि के लिए पंचग्रही युति कैसी
- मेष : अत्यंत कष्टप्रद, मानसिक पीड़ा, किसी प्रियजन से दूरी।
- वृषभ : सांसारिक सुखों में कमी, द्रव्य की कमी, मानसिक पीड़ा।
- मिथुन : रोगों में राहत, धन की कमी, मानसिक अस्थिरता।
- कर्क : परिजनों से पीड़ा, शारीरिक-मानसिक कष्ट।
- सिंह : कार्य वृद्धि, सुख, धनागम, नेत्र पीड़ा।
- कन्या : बौद्धिक कार्यो में हानि, परिजनों से विवाद।
- तुला : भौतिक सुखों में कमी, पैसों की हानि, पारिवारिक विवाद।
- वृश्चिक : क्रोध में वृद्धि, मानसिक संताप, शारीरिक रोग।
- धनु : परिजनों से मतभेद, विवाद, आर्थिक हानि।
- मकर : मानसिक पीड़ा, अपनों से दूरी, शारीरिक कष्ट।
- कुंभ : रोग वृद्धि, खर्च में वृद्धि, वैचारिक मतभेद, विवाद।
- मीन : मानसिक अस्थिरता, मानसिक रोग, पीड़ा, धन की कमी।
ये उपाय जरूर करें
- पंचग्रही युति का प्रभाव कम करने के लिए 11 से 15 दिसंबर तक प्रतिदिन नवग्रह स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।
- सूर्य को नियमित रूप से जल अर्पित करें। इस दौरान गायत्री मंत्र का जाप करते रहें।
- नियमित रूप से रूद्राक्ष की माला से पांच माला गायत्री मंत्र का जाप करें।
- ग्रहों की पीड़ा दूर करने के लिए गरीबों को अन्नदान करें।