Vivah Muhurat 2020: ये हैं साल 2020 के शुभ-विवाह मुहूर्त
नई दिल्ली। विवाह किसी भी व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल होता है। इसके लिए भावी वर-वधू की कुंडली मिलान के पश्चात शुभ मुहूर्त देखकर विवाह करने का निर्देश हिंदू धर्म शास्त्र देते हैं। कठिनाइयां, परेशानियां सभी लोगों के जीवन में आती हैं, लेकिन शुभ मुहूर्त में कोई काम किया जाए तो वे कठिनाइयां या तो पूरी तरह समाप्त हो जाती हैं, या बहुत कम मात्रा में आती हैं। खासकर विवाह जैसे कार्य के लिए तो शुभ मुहूर्त देखा जाना आवश्यक ही है। वर्ष 2020 में धनु मलमास की समाप्ति के बाद 18 जनवरी को विवाह का पहला शुभ मुहूर्त है और वर्ष का अंतिम विवाह मुहूर्त 11 दिसंबर को है। वर्ष 2020 में विवाह के लगभग 37 शुद्ध मुहूर्त हैं।
जनवरी
- 18, शनिवार, माघ कृष्ण 8, स्वाति
- 19, रविवार, माघ कृष्ण 10, अनुराधा
- 20, सोमवार, माघ कृष्ण 11, अनुराधा
- 29, बुधवार, माघ शुक्ल 4, उत्तराभाद्रपद
- 30, गुरुवार, माघ शुक्ल 5, उत्तराभाद्रपद
- 31, शुक्रवार, माघ शुक्ल 6, रेवती
फरवरी
- 3, सोमवार, माघ शुक्ल 9, रोहिणी
- 4, मंगलवार, माघ शुक्ल 10, रोहिणी
- 9, रविवार, माघ शुक्ल पूर्णिमा, मघा
- 10, सोमवार, फाल्गुन कृष्ण 1, मघा
- 11, मंगलवार, फाल्गुण कृष्ण 2, उत्तरा फाल्गुनी
- 12, बुधवार, फाल्गुन कृष्ण 4, उत्तरा फाल्गुनी
- 16, रविवार, फाल्गुन कृष्ण 8, अनुराधा
- 17, सोमवार फाल्गुन कृष्ण 9, अनुराधा
- 25, मंगलवार, फाल्गुन शुक्ल 2, उ.भा.
- 26, बुधवार, फाल्गुन शुक्ल 3, उ.भा.
- 27, गुरुवार, फाल्गुन शुक्ल 4, रेवती
मार्च
- 2, सोमवार, फाल्गुन शुक्ल 7, रोहिणी
- 7, शनिवार, फाल्गुन शुक्ल 13, मघा
- 8, रविवार, फाल्गुन शुक्ल 14, मघा
- 10, मंगलवार, चैत्र कृष्ण 1, हस्त
- 11, बुधवार, चैत्र कृष्ण 2, हस्त
30 मई से 9 जून तक शुक्र अस्त
26, रविवार, वैशाख शुक्ल 3, मृगशिरा
मई
- 1, शुक्रवार, वैशाख शुक्ल 8, मघा
- 5, मंगलवार, वैशाख शुक्ल 13, हस्त
- 6, बुधवार, वैशाख शुक्ल 14, स्वाति
- 18, सोमवार, ज्येष्ठ कृष्ण 11, उ.भा.
- 19, मंगलवार, ज्येष्ठ कृष्ण 12, रेवती
30 मई से 9 जून तक शुक्र अस्त रहने के कारण विवाह मुहूर्त नहीं है।
जून
- 13, शनिवार, आषाढ़ कृष्ण 8, उ.भा
- 15, सोमवार, आषाढ़ कृष्ण 10, रेवती
- 27, शनिवार, आषाढ़ शुक्ल 7, उ.फा.
- 30, मंगलवार, आषाढ़ शुक्ल 10, स्वाति
नवंबर
- 25, बुधवार, कार्तिक शुक्ल 11, उ.भा.
- 30, सोमवार, कार्तिक पूर्णिमा, रोहिणी
दिसंबर
- 1, मंगलवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 1, रोहिणी
- 9, बुधवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 9, हस्त
- 11, शुक्रवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 11, स्वाति
15 दिसंबर से धनु मलमास प्रारंभ हो जाने के कारण एक माह विवाह मुहूर्त नहीं हैं। उसके पश्चात 17 जनवरी 2021 से शुक्र के अस्त हो जाने से विवाह मुहूर्त का अभाव रहेगा।
- 30 जनवरी गुरुवार, माघ शुक्ल 5, उत्तराभाद्रपद, अभिजीत में
- 31 जनवरी शुक्रवार, माघ शुक्ल 6, रेवती
- 5 फरवरी बुधवार, माघ शुक्ल 11, मृगशिरा
- 14 फरवरी शुक्रवार, फाल्गुन कृष्ण 6, चित्रा
- 26 फरवरी बुधवार, फाल्गुन शुक्ल 3, उत्तराभाद्रपद
- 20 अप्रैल सोमवार, वैशाख कृष्ण 13, उत्तराभाद्रपद
- 27 अप्रैल सोमवार, वैशाख शुक्ल 4, मृगशिरा
- 4 मई सोमवार, वैशाख शुक्ल 11, उत्तरा फाल्गुनी
- 8 मई शुक्रवार, ज्येष्ठ कृष्ण 1, अनुराधा
- 18 मई सोमवार, ज्येष्ठ कृष्ण 11, उत्तराभाद्रपद
- 25 नवंबर बुधवार, कार्तिक शुक्ल 11, उत्तराभाद्रपद-रेवती,
- 30 नवंबर सोमवार, कार्तिक पूर्णिमा-प्रतिपदा, रोहिणी
- 10 दिसंबर गुरुवार, मार्गशीर्ष कृष्ण 10-11, चित्रा
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