कैसे जानें अपना भविष्यफल, जिससे जीवन हो सुखद?
जन्म राशि ज्ञात न होने पर जातक को अपनी नाम राशि से भविष्यफल जानना चाहिए।
लखनऊ। हमारे दैनिक जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव चन्द्र ग्रह का पड़ता है, क्योंकि चन्द्रमा पृथ्वी के सबसे अधिक निकट है। यह मानव मन का प्रतीक है। इसकी गति मन के अनुसार अत्यन्त शीघ्रगामी है। चन्द्रमा अन्य ग्रहों की अपेक्षा सबसे कम समय में सवा दो दिन अर्थात 54 घण्टे में एक राशि का भ्रमण कर लेता है। मनुष्य का जब जन्म होता है, उस समय भचक्र में जिस राशि में चन्द्रमा भ्रमण कर रहा होता है। वही राशि व्यक्ति की जन्म राशि होती है।
जातक को अपनी नाम राशि से भविष्यफल जानना चाहिए
जन्म राशि ज्ञात न होने पर जातक को अपनी नाम राशि से भविष्यफल जानना चाहिए। आप-अपना रोज का भविष्यफल जानने के लिए अखबार या सोशल मीडिया की साइटों पर नजरें दौड़ाया करते है, कि आज का मेरा दिन अनुकूल फलदायक होगा या प्रतिकूल रहेगा। क्या स्वंय अपना डेली भविष्फल आप जानना चाहते है तो आईये हम बताते है आपको क्या करना है।
भविष्यफल जानने की विधि
आपकी जन्म राशि या नाम राशि जो भी पता हो। जिस दिन का भविष्य आपको देखना है, उस दिन जानें चन्द्रमा किस राशि में गोचर कर रहा है तत्पश्चात अपनी राशि से चन्द्रमा की राशि तक गिने। आपकी जो राशि है अगर उसी पर चन्द्रमा भ्रमण कर रहा है तो यह पहला भाव हुआ, अगली राशि पर दूसरा भाव इस प्रकार से में 12 भाव होते है।
12वें भाव का फल देखना होगा
जैसे-आपकी राशि मेष है और जिस दिन का भविष्य जानना है, उस दिन चन्द्रमा भी मेष राशि में भ्रमण कर रहा है तो आपको पहले भाव का फल देखना होगा। उसी प्रकार से आपकी राशि मेष है और जिस दिन भविष्य जानना है, उस दिन चन्द्रमा मीन राशि में है तो आपको 12वें भाव का फल देखना होगा। 12 राशियॉ होती है और 12 भाव होते है। इसी के अनुसार आपको अपना भविष्यफल देखना है।
मन प्रसन्न रहेगा, भाग्य पक्ष बलवान होगा
पहले भाव का फल-मन प्रसन्न रहेगा, भाग्य पक्ष बलवान होगा, स्वादिष्ट भोजन की प्राप्ति होगी, काम करने की क्षमता में वृद्धि होगी। विवेक से लिये गये निर्णय सफल होंगे।
दूसरे
भाव
का
फल-इसमें
मिलाजुला
फल
प्राप्त
होगा।
आप
असमंजस
की
स्थिति
में
रहेंगे।
बड़े
निवेश
से
बचे
अन्यथा
हानि
हो
सकती
है।
परिवार
से
लाभ
भी
हो
सकता
है।
मन
की
चंचलता
पर
नियन्त्रण
रखें।
तीसरे
भाव
का
फल-पराक्रम
व
साहस
में
वृद्धि
होगी।
यात्रा
के
लिए
उत्तम
समय
है।
आर्थिक
स्थिति
में
मजबूती
आयेगी।
किये
गये
कार्यो
के
परिणाम
सफलतादायक
होंगे।
परिवार में कलह हो सकती है
चौथे
भाव
का
फल-आमदनी
की
खर्चो
में
वृद्धि।
परिवार
में
कलह
हो
सकती
है।
वाहन
आदि
पर
व्यय।
स्वास्थ्य
में
शिथिलता
आयेगी।
पॉचवें
भाव
का
फल-इसका
फल
भी
थोड़ा
दुविधाजनक
रहेगा।
किसी
कारण
मन
चिन्नित
रह
सकता
है।
किसी
शोक
समाचार
की
सूचना
मिल
सकती
है।
कुछ
लोगों
के
सम्मान
में
वृद्धि
भी
हो
सकती
है।
छठें
भाव
का
फल-इस
भाव
का
फल
अनुकूल
रहेगा।
लाभ
के
योग
बनेेगे।
शत्रुओं
का
शमन
होगा।
शारीरिक
स्वास्थ्य
में
बेहतरी
होगी।
इस
दिन
किये
गये
कार्य
में
सफलता
मिलेगी।
प्रेमी वर्ग के रहस्य उजागर हो सकते हैं
सातवें
भाव
का
फल-किसी
शुभ
समाचार
की
प्राप्ति
होगी।
योजनओं
में
आ
रही
बाधायें
दूर
होगी।
कुछ
लोगों
स्थान
परिवर्तन
हो
सकता
है।
रोजी-रोजगार
में
वृद्धि
होगी।
सम्मान
में
वृद्धि
होगी।
आठवें
भाव
का
फल-इस
दिन
कोई
भी
अनहोनी
घटना
घट
सकती
है।
प्रेमी
वर्ग
के
रहस्य
उजागर
हो
सकते
है।
अचानक
मानसिक
तनाव
के
शिकार
हो
सकते
है।
वाहन
आदि
चलाते
समय
सावधानी
बरतें।
कार्य योजनाओं से धन लाभ होगा
नौंवे
भाव
का
फल-धार्मिक
कार्यो
में
रूचि
बढ़ेगी।
कार्य
योजनाओं
से
धन
लाभ
होगा।
कुछ
लोगों
को
यात्रा
करने
का
अवसर
प्राप्त
होगा।
सरकारी
लोगों
को
राज्य
का
भय
रहेगा।
दसवें
भाव
का
फल-इस
दिन
लगभग
हर
प्रकार
से
लाभ
ही
होगा।
धन,
मान-सम्मान,
व्यवसाय,
कैरियर
आदि
में
फायदा
ही
होगा।
ग्यारहवें
भाव
का
फल-इस
दिन
इच्छित
मनोकामनायें
पूर्ण
होगी।
मित्रों
के
साथ
मनोरंजन
करने
के
अवसर
प्राप्त
होंगे।
कुछ
लोगों
को
अचानक
लाभ
प्राप्त
हो
सकता
है।
कुल
मिलाकर
यह
दिन
अच्छा
रहेगा।
नींद में कमी बनी रह सकती है
बारहवें
भाव
का
फल-यह
दिन
अनुकूल
फल
देने
वाला
नहीं
है।
दवाओं
पर
व्यय
होगा।
नींद
में
कमी
बनी
रह
सकती
है।
कुछ
लोगों
का
अस्पताल
में
आना-जाना
लगा
रह
सकता
है
आदि।
नोट-ध्यान
रहें
कि
यदि
आपका
कोई
दिन
अशुभ
है
तो
इसका
मतलब
ये
नहीं
कि
पूरा
दिन
आपका
अशुभ
ही
रहेगा
और
अगर
अच्छा
दिन
है
तो
कोई
जरूरी
नहीं
कि
पूरा
दिन
शुभ
परिणाम
कारक
ही
हो।