Summer Drink : गर्मी से निजात पाने का शानदार ऑप्शन पान पत्ते से बना रसम, जानिए पीने के फायदे
गर्मियों में लोग खान-पान को लेकर अक्चर दुविधा में रहते हैं। पान पत्ते से बना रसम (betel leaf rasam) लिक्विड इनटेक में होने वाले कन्फ्यूजन को खत्म करने का शानदार ऑप्शन है। इसके कई फायदे भी हैं। जानिए
नई दिल्ली, 02 जून : गर्मी के मौसम में लोगों के सामने सबसे बड़ा चैलेंज बॉडी को हाइड्रेट रखना होता है। यानी शरीर में पानी की कमी न होने देना। शरीर में पानी और दूसरे न्यूट्रिएंट्स यानी पोषक तत्वों की कमी होने पर गर्मी में अक्सर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। इनसे निजात पाने का शानदार ऑप्शन है पान के पत्ते से बना रसम (betel leaf rasam)। बीटल लीफ से सेहत से जुड़े कई अन्य लाभ भी हैं, लेकिन विशेष रूप से गर्मी के दिनों में ये कमाल की चीज साबित होती है। जानिए समर ड्रिंक पान रसम से होने वाले फायदे
दरअसल, जब गर्मियों में खान-पान की बात होती है, तो लोग अक्सर आसानी से पचने वाले व्यंजन पसंद करते हैं। ये बनाने में भी आसान हों तो सोने पर सुहागा। मतलब लंबे समय तक आग और चूल्हे के पास बैठने से होने वाली तपिश से निजात। कम मेहनत में तैयार होने वाली पान के पत्ते की रसम की रेसिपी ऐसे लोग जरूर ट्राइ करें जिन्हें न्यूट्रिएंट्स भी चाहिए, डिहाइड्रेशन से भी बचना है, लेकिन पसीना कम बहना चाहिए।
पान के रसम को वेथलाई रसम के नाम से भी जाना जाता है। ये दक्षिण भारत में पारंपरिक पेय पदार्थ के रूप में पॉपुलर है। इसे बनाने में ताजे पान के पत्ते, घी और कुछ मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। टाइम्स ऑफ इंडिया (टीओआई) की रिपोर्ट के मुताबिक इंस्टाग्राम पर रेसिपी शेयर करने के लिए पॉपुलर सौम्या श्रीधर ने पान के पत्ते का रसम तैयार करने की टिप्स दी है।
होमशेफ सौम्या श्रीधर (Sowmya Sridhar) के मुताबिक पान के पत्ते की रसम चावल के साथ भी खाई जा सकती है। टीओआई के आर्टिकल में सौम्या बताती हैं कि बीटल लीफ रसम को हेल्दी पेय के रूप में भी पीया जा सकता है। जानिए कैसे बनाते हैं पान के पत्ते की रसम
रसम
बनाने
में
लगने
वाला
सामान
और
प्रोसेस
पान
के
पत्ते
की
रसम
बनाने
के
लिए
पान
के
ताजे
पत्तों
के
अलावा
जीरा,
काली
मिर्च,
सूखी
लाल
मिर्च,
करी
पत्ता,
हरी
मिर्च
और
लहसुन
की
कलियों
की
जरूरत
पड़ेगी।
सभी
को
मिलाकर
पेस्ट
पाउडर
(ज्यादा
बारीक
नहीं)
बनाएं।
इसके
अलावा
घी,
टमाटर,
राई,
हींग
और
इमली
की
भी
जरूरत
पड़ेगी।
पाउडर
तैयार
होने
के
बाद
इसमें
टमाटर
डालें।
पाउडर
और
टमाटर
को
एक
साथ
पीसकर
बारीक
प्यूरी
बनाएं।
फिर
एक
कढ़ाई
में
घी
गर्म
कर
मेथी
दाना,
राई,
हींग
और
करी
पत्ता
का
तड़का
तैयार
करें।
घी
में
राई,
हींग
और
करी
पत्तों
के
चटकने
के
बाद
पानी
में
भिगो
कर
रखी
गई
इमली
का
पानी
और
नमक
डालें।
अंत
में
पान
के
पत्ते
और
मसाले
वाली
प्यूरी
डालें।
इसे
उबाल
कर
गरमागरम
परोसा
जा
सकता
है।
पान
के
ताजे
पत्ते
का
सेवन
करने
से
फायदे
आयुर्वेद
के
अनुसार,
पान
के
पत्तों
में
कई
मेडिसिनल
गुण
होते
हैं।
खांसी,
अस्थमा,
सिरदर्द,
एनोरेक्सिया
(anorexia)
और
गठिया
के
इलाज
में
उपयोग
किए
जाते
हैं।
पान
के
पत्तों
से
दर्द
और
सूजन
जैसी
प्रॉब्लम
में
भी
राहत
मिलती
है।
विशेषज्ञों
के
अनुसार,
गर्मी
के
मौसम
में
पान
के
पत्ते
पाचन
तंत्र
को
ठंडा
रखने
में
कारगर
होते
हैं।
पान
के
पत्तों
से
मल
त्याग
और
मेटाबॉलिज्म
(metabolism)
में
भी
सुधार
होता
है।
वर्षों
पहले
से
भोजन
के
बाद
पान
खाने
की
परंपरा
(तंबाकू
के
बिना)
रही
है।
इससे
पाचन
बढ़िया
रहता
है।