तेलंगाना: MLC कविता का हमला, कहा- मनरेगा को खत्म करने की कोशिश में केंद्र सरकार
एमएलसी कविता गुरुवार को अपने आवास पर मनरेगा एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद बोल रही थीं। उन्होंने बताया कि केंद्र ने मनरेगा के लिए केवल 60,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे कम है।
केंद्र सरकार पर मनरेगा को कमजोर करने और आखिरकार खत्म करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए बीआरएस की एमएलसी के. कविता ने कहा कि इस योजना के लिए आवंटित धन में तेजी से हो रही कटौती से ग्रामीण गरीबों का जीवन संकट में पड़ जाएगा। कविता ने कहा कि केंद्रीय बजट में योजना के लिए धन के आवंटन में भारी कटौती इस बात का स्पष्ट संकेत है कि केंद्र सरकार मनरेगा को बंद करने की योजना बना रही है।
एमएलसी कविता गुरुवार को अपने आवास पर मनरेगा एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद बोल रही थीं। उन्होंने बताया कि केंद्र ने मनरेगा के लिए केवल 60,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे कम है। कविता ने कहा कि केंद्र ने पिछले नौ वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के कोई नए अवसर पैदा नहीं किए और मनरेगा जैसी योजनाओं को लागू रखने में भी उसकी कोई रूचि नहीं है।
उन्होंने कहा, 'मोदी सरकार हर साल योजना के लिए आवंटन कम करती रही है। 2020-21 में ये आवंटन 1.1 लाख करोड़ रुपये, 2021-22 में 98,000 करोड़ रुपये और 2022-23 में इसे घटाकर 89,400 करोड़ रुपये कर दिया गया था। जबकि तथ्य यह है कि इस वर्ष मनरेगा के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए कम से कम 2.72 लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता है।'