पंजाब के CM चन्नी के दावों की शिअद ने निकाली हवा, कहा- साढ़े 4 साल का हिसाब नहीं दिया
चंडीगढ़। पंजाब की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी के दावों का शुक्रवार को अकाली दल ने पोस्टमॉर्टम कर दिया। उन्होंने कहा कि एक तो सीएम चन्नी का विज्ञापन भोग की तरह है। दूसरा, पिछले साढ़े 4 साल का हिसाब ही नहीं दिया। सस्ती बिजली पर भी अब झूठ बोल रहे हैं।
चंडीगढ़ में शिअद (B) के प्रवक्ता दलजीत चीमा ने कहा कि जैसे हम किसी के भोग पर जाते हैं तो जन्म लेने और मरने की तारीख होती है। इसी तरह सीएम चन्नी के विज्ञापन पर भी 20 सितंबर को शपथ से 2 दिसंबर 2021 तक की तारीख डाल दी। कांग्रेस के 2017 से 2022 का मेनिफेस्टो का जिक्र करना ऐलानजीत उर्फ विश्वासजीत चन्नी भूल गए।
मुख्यमंत्री चन्नी के दावों पर अकाली दल के सवाल
- 2 किलोवॉट तक बिजली बिल माफ किए तो इसके बदले खजाने से 1500 करोड़ की पावरकॉम को हुई अदायगी की एंट्री बताओ।
- सस्ते बिजली बिल जनवरी 2022 में क्यों आएंगे?। जब से चन्नी ने सीएम की कुर्सी संभाली तो तभी से क्यों बिजली रेट नहीं घटाए। इससे पहले 58 महीने जो 35% बढ़ाकर लिए, उसके लिए कौन जिम्मेदार है।
- बिजली खरीद समझौते रद्द कहां हुए ? जो बिल विधानसभा में लाया गया, उसमें तो समझौता रद्द करने वाली कोई बात ही नहीं लिखी।
- जल सप्लाई स्कीमों को कहा बिल मत दो, उन्हें जो पैसे चाहिए, उसका क्या प्रबंध किया। इनके बिल जनवरी के बाद आने हैं तो क्या चन्नी सरकार अगली सरकार के भी फैसले ले रही है।
- रामायण, महाभारत, श्रीमद भगवत गीता के लिए रिसर्च सेंटर के लिए अभी जगह खोज रहे हैं तो यह कैसी प्राप्ति हुई ?
- चन्नी अब कह रहे कि सरकारी नौकरी के लिए 10वीं तक पंजाबी की पढ़ाई जरूरी है। यह पंजाबी भाषा एक्ट तो 1967 में ही बन गया था। इसे 2008 में हमने संशोधित किया। उसके बाद से ऐसी ही भर्ती होती है।
- रेत का रेट 5.50 रुपए प्रति क्यूबिक फुट तय कर दिए। बाजार में 28 रुपए फुट रेत मिल रही। खुद सिद्धू भी यह बात कह चुके हैं।
- चन्नी ने कहा था कि केबल का बिल 100 रुपए होगा। इसे वह अपने रिपोर्ट कार्ड में क्यों भूल गए। वैसे, सिद्धू भी कह चुके कि यह राज्य सरकार के अधिकार में ही नहीं। न्यूनतम 135 रेट तो TRAI ने ही तय किया है।
सिद्धू नहीं मानते चन्नी की बात
अकाली दल ने सीएम चन्नी और सिद्धू की खींचतान को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि अब तो पंजाब में हर आदमी 'घर-घर अंदर चल्ली गल, सिद्धू नहीं मनदा चन्नी दी गल' यह बात कह रहा है।
पंजाब
में
पारदर्शिता,
ढाबे
की
जगह
थाने
में
बिक
रही
शराब
डॉ.
चीमा
ने
कहा
कि
पंजाब
में
पारदर्शिता
के
लिए
चन्नी
सरकार
बधाई
की
पात्र
है।
पहले
अवैध
शराब
ढाबों
में
बिकती
थी,
अब
पुलिस
थाने
में
बिक
रही
है।
सीएम
चन्नी
और
गृह
मंत्री
सुखजिंदर
रंधावा
को
उन
थानों
की
लिस्ट
जारी
करनी
चाहिए,
जहां
यह
सुविधा
उपलब्ध
है।
10 साल के इस youtubers की कमाई कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी से भी ज्यादा, नेट वर्थ करोड़ों डॉलर में
चन्नी
ने
दिया
था
50
फैसलों
का
रिपोर्ट
कार्ड
सीएम
चन्नी
ने
शुक्रवार
को
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
कर
अपने
50
फैसलों
का
रिपोर्ट
कार्ड
दिया
था।
सीएम
ने
कहा
था
कि
वह
ऐलानजीत
नहीं
बल्कि
विश्वासजीत
हैं।
यह
चन्नी
की
चंगी
सरकार
है,
जिसका
शुक्रवार
को
तमाम
अखबारों
में
विज्ञापन
भी
जारी
किया
गया।