पंजाब: विधानसभा में पारित हुआ SC विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट और स्कॉलरशिप से जुड़ा प्रस्ताव
चंडीगढ़। आज पंजाब विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही हुई। इस दौरान पंजाब के कई अहम मुद्दों पर चर्चा भी हुई है। आज पंजाब विधानसभा की कार्यवाही के दौरान एस.सी. विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट और स्कॉलरशिप के संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया। मिली जानकारी के अनुसार अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति तथा सर्टीफिकेट शैक्षणिक संस्थानों द्वारा समय पर नहीं दिए जाते उसके संबंध में आवश्यक कदम उठाने के लिए विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया गया है।
विधायक सरबजीत कौर मनुंके द्वारा उठाए गए मुद्दे पर चर्चा करने के बाद पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार संधवा ने कहा कि जिन एस.सी. छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति नहीं मिलती है, उन्हें राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में विशेष कदम उठाने का आदेश दिया जाता है। किसी भी विद्यार्थी की डिग्री स्कॉलरशिप के कारण नहीं रोकी जाएगी।
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने विधानसभा में इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने अनुसूचित और पिछड़े वर्ग के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति योजना पर रोक लगा दी थी। भगवंत मान जब पंजाब के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने सबसे पहले अनुसूचित और पिछड़े वर्ग के बच्चों को छात्रवृत्ति के रूप में 184 करोड़ रुपए जारी किए।
बता दें कि, आज कांग्रेसी विधायक सदन की कार्यवाही खत्म होने तक मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी को बर्खास्त कर उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग उठाई। दोपहर 2 बजे से सदन की कार्यवाही खत्म होने तक हाउस में विपक्षी दल के विधायक नारेबाजी और शोर शराबा करते रहे। विधानसभा के अध्यक्ष ने कांग्रेस के विधायकों को उनके नाम से संबोधित करते हुए शांत रहने की अपील की लेकिन उन्हें भी कहना पड़ा कि कांग्रेसी पंजाब के लोगों के साथ विश्वासघात कर रहे हैं।कई कांग्रेसी विधायकों ने फ्लोर भी लांघा और इसके चलते उन्हें डिसक्वालिफाई करने की चेतावनी भी दी गई। बावजूद इसकिे सदन की कार्यवाही के दौरान नारेबाजी और शोर-शराबा होता रहा।
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