दिल्ली एनसीआर से हरियाणा के पांच जिलों को निकालने की तैयारी में मनोहर सरकार, प्रस्ताव तैयार
चंडीगढ़, 9 जुलाई। हरियाणा के 22 में से 14 जिले दिल्ली-एनसीआर में आते हैं जो कुल आबादी का 57 प्रतिशत एरिया बनता है। इनमें पांच जिलों को एनसीआर से निकालने का प्रपोजल तैयार किया गया है प्रस्तावित प्रपोजल में करनाल, जींद, भिवानी, महेंद्रगढ़ दादरी को एनसीआर से बाहर करने की तैयारी में है। इतना ही नहीं हरियाणा सरकार ने राज्यों के पांच जिलों और दो जिलों के तीन तहसीलों राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के दायरे से बाहर निकालने का प्रस्ताव तैयार किया है।
हरियाणा सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीआर के दायरे में आने की वजह से हरियाणा के इन जिलों को फायदा कम और नुकासन ज्यादा हो रहा था। बता दें कि हरियाणा सरकार की तरफ से एनसीआर के दायरे वाले जिलों की संख्या 14 से घटाकर नौ करना का प्रस्ताव एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की अगली बैठक में रखा जाएगा। अगर सरकार का ये प्रस्ताव मंजूर कर लिया गया तो एनसीआर के दायरे में सिर्फ नौ जिले गुरुग्राम, पलवल, झज्जर, रेवाड़ी, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, नूंह और फरीदाबाद रह जाएंगे।
बता दें कि इन नौ जिलों का कुल एरिया 13 हजार 428 किलोमीटर का है, लेकिन तीन तहसीलों पानीपत, मतलौडा व महम का एरिया घटाने के बाद यह 12 हजार 280 किलोमीटर बनेगा। हरियाणा के सीएम पिछले काफी वक्त से चाहते थे कि एनसीआर में आने वाले हरियाणा के जिलों का दायरा कम किया जाए। राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव पेश करने के बाद अब केंद्र सरकार द्वारा आगे बढ़ने की संभावनाएं बदलती हुई है।
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