Jagannath Snana Yatra: 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
Jagannath Snana Yatra: 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
पुरी, 15 जून: स्नान पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पुरी में महाप्रभु श्री जगन्नाथ की स्नान यात्रा का आयोजन किया गया। इस दौरान भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों के दर्शन करने के लिए मंगलवार 14 जून को एक लाख से अधिक श्रद्धालु पुरी पहुंचे, जिनमें विदेशों से आए कुछ लोग भी शामिल थे। इस दौरान गर्मी और उमस को मात देते हुए जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु जगन्नाथ मंदिर के लायंस गेट के सामने जमा हो गए थे।
दरअसल, कोरोना काल में दो साल बाद प्रत्यक्ष रुप से स्नान यात्रा देखने की अनुमति दी गई थी। मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पुरी पहुंचे। इस दौरान पुरी के जिलाधिकारी ने कहा कि सुचारु 'दर्शन' के लिए सभी इंतजाम किए गए थे। कार्यक्रम के अनुसार, 'पहंडी' उत्सव में सेवक देवताओं को सुबह-सुबह गर्भगृह से 'स्नान मंडप' (स्नान वेदी) तक औपचारिक रूप से ले गए। इस दौरान महाप्रभु श्री जगन्नाथ को 35 घड़े सुगंधित जल से स्नान कराया गया।
वहीं, बलदेव जी को 33, देवी सुभद्रा को 22, एवं सुदर्शन जी को 18 इस तरह कुल 108 घड़े सुगंधित जल से विग्रहों को स्नान कराया गया। स्नान वेदी मंदिर परिसर के अंदर आनंद बाजार के पास स्थित है, जहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी। स्नान मंडप पर भगवान के अन्य अनुष्ठान करने के बाद पवित्र 'जलाभिषेक' (स्नान समारोह) दोपहर लगभग 12.30 बजे शुरू हुआ। भगवान जगन्नाथ के पहले सेवक गजपति दिव्य सिंह देब ने देवताओं को प्रणाम करने के लिए स्नान मंडप का दौरा किया।
उन्होंने पंडाल में 'छेरा पहनरा' (फर्श की सफाई) की, जो 'हाटी बेशा' से पहले प्रमुख अनुष्ठानों में से एक है, जिसमें पुजारी मंत्रों का जाप करते हैं। इसके बाद सेवादारों ने दोपहर में 'हती बेशा' में देवताओं को सजाया। 'हाटी बेशा' में भगवान को देखने के लिए भक्तों की मंदिर के बाहर लंबी कतार दिखाई दी।