किसानों को आयुष्मान बनाने पर मंथन कर रही हरियाणा सरकार, जानिए क्या कुछ मिलेगा?
पंचकुला, 23 फरवरी 2022: आयुष्मान भव दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द है आयुष्मान, जिसका अर्थ होता है लंबी आयु रखने वाला अर्थात दीर्घायु। दूसरा शब्द है भव, जिसका अर्थ होता है होना। आयुष्मान भव यानी दीर्घायु होना। कहने को तो आयुष्मान भव शब्दमात्र हैं, लेकिन इसे भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा माना जाता है। पूर्वजों से जब आशीर्वाद लिया जाता है तो वे आयुष्मान भव कहकर आशीर्वाद देते हैं। इसका अर्थ होता है कि वे कह रहे हैं, सदा जीते रहो, लेकिन अच्छी सेहत और अच्छे स्वास्थ्य के बिना आयुष्मान नहीं हुआ जा सकता।
हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार अपने राज्य के किसानों को आयुष्मान बनाने पर गंभीरता से मंथन कर रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल बजट बनाने की तैयारियों में जीन-जान से जुटे हुए हैं। वित्त मंत्रलय का कार्यभार मनोहर लाल के पास ही है। इस लिहाज से वह सात या आठ मार्च को वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करने वाले हैं। राज्य का बजट तैयार करने से पहले मनोहर लाल ने उद्योगपतियों, किसानों, डाक्टरों, पंचायत एवं निकाय प्रतिनिधियों, वकीलों, विधायकों, सांसदों और मंत्रियों के साथ प्री-बजट चर्चा करने की अच्छी पहल की है। अभी तक आधा दर्जन से अधिक बैठकें की जा चुकी हैं। पंचायतों और शहरी निकायों को आत्मनिर्भर बनाने के विजन के साथ ही मनोहर लाल ने प्री-बजट चर्चा के दौरान अब तक जो संकेत दिया है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने एवं उनकी उत्तम सेहत के लिए काफी फिक्रमंद है।
तीन कृषि कानूनों के विरोध में करीब एक साल तक चला आंदोलन अपनी जगह है और किसान का अच्छा स्वास्थ्य अलग है। राज्य में करीब 20 लाख किसान हैं, जो सीधे तौर पर खेती करते हैं। केंद्र सरकार के साथ मिलकर राज्य सरकार इन किसानों की आय बढ़ाने की योजनाएं तो बना ही रही है, लेकिन उनकी अच्छी सेहत को लेकर भी फिक्रमंद है। मुख्यमंत्री प्रदेश के तीन एकड़ तक जमीन वाले किसानों को छोटी जोत का किसान मानकर उन्हें आयुष्मान स्वास्थ्य योजना में शामिल करने जा रहे हैं। एक लाख 80 हजार रुपये वार्षिक तक आय वाले लोग राज्य में गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) जीवन यापन करने वालों की श्रेणी में आते हैं। इस श्रेणी के करीब 18 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्हें आयुष्मान योजना का लाभ मिल रहा है।