Gujarat News: 'आप' नेता चैतर वसावा बने पार्टी दल के नेता, हेमंत खाव उपनेता
गुजरात के आदिवासी क्षेत्र डेडियापाड़ा से विधायक चैतर वसावा को आम आदमी पार्टी ने विधायक दल का नेता नियुक्त किया है। जबकि आप ने हेमंत खामा को हेमंत खावा बने उप नेता बनाया है।
Gujarat News: आम आदमी पार्टी (AAP) ने शनिवार को आदिवासी विधायक चैतर वसावा को गुजरात विधायक दल का नेता नियुक्त किया जबकि हेमंत खावा को उप नेता की जिम्मेदारी दी गई. यहां जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई. पार्टी के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी को पत्र लिखा है. संदीप पाठक ने लिखा है कि राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है. पार्टी की तरफ से इसुदान गढ़वी को गुजरात विधानसभा अध्यक्ष को यह जानकारी देने को कहा गया है ताकि विधायी कार्यवाही के तहत दोनों नेताओं की नियुक्ति हो सके.
वसावा नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा सीट से निर्वाचित हुए हैं जबकि खावा जामनगर के जमजोधपुर से विधायक हैं. गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल नीत 'आप' ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का मुख्य प्रतिद्वंद्वी होने का दावा करते हुए पिछले साल हुए 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा की 181 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन केवल पांच सीटों पर जीत दर्ज कर सकी थी. वहीं, बीजेपी ने 156 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
आदिवासियों
के
मुद्दों
को
लेकर
सक्रिय
बता
दें
कि
गुजरात
विधानसभा
में
आम
आदमी
पार्टी
के
5
विधायक
हैं।
चैतर
वसावा
डेडियापाडा
विधानसभा
सीट
से
जीतकर
विधानसभा
में
पहुंचे
हैं।
आम
आदमी
पार्टी
में
शामिल
होने
से
पहले
चेतर
वसावा
भारतीय
ट्राइबल
पार्टी
का
हिस्सा
थे
और
पार्टी
के
दिमाग
माने
जाते
थे।
वह
लगातार
अपने
क्षेत्र
के
मुद्दों
को
लेकर
सक्रिय
रहते
हैं।
कुछ
दिन
पहले
ही
उन्हें
आप
की
गुजरात
इकाई
का
कार्यकारी
प्रमुख
बनाया
गया
था।
वहीं
विधानमंडल
के
उप
नेता
के
रूप
में
चुने
गए
हेमंत
खावा
जमजोधपुर
से
निर्वाचित
हुए
थे।
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डेडियापाड़ा
में
40
हजार
अधिक
वोट
से
जीते
थे
वसावा
चैतर
वसावा
दक्षिण
गुजरात
से
आते
हैं
और
वह
आदिवासी
विधायक
हैं।
गुजरात
में
पिछले
साल
हुए
विधानसभा
चुनावों
में
चैतर
ने
आदिवासी
सीट
डेडियापाड़ा
पर
करीब
40
हजार
वोटों
से
जीत
हासिल
की
थी.
चैतर
वसावा
की
दो
पत्नियां
हैं।
विधानसभा
चुनावों
में
जीत
का
श्रेय
उन्होंने
अपनी
दोनों
पत्नियों
को
दिया
था।
उन्होंने
कहा
था
कि
मेरी
पत्नियों
ने
एक
टीम
के
रूप
में
काम
किया
और
मेरी
जीत
में
मदद
की।
वसावा
ने
कहा
था
कि
मेरी
पत्नियों
ने
बिना
थके
काम
किया
और
जब
मैं
चुनाव
प्रचार
के
लिए
बाहर
था
तो
उन्होंने
कई
चीजों
का
प्रबंधन
किया।