ओडिशा में कोयला संकट, एमएसएमई बॉडी ने सीएम नवीन पटनायक से मांगी मदद
भुवनेश्वर, 21 जनवरी: ओडिशा राज्य में कोयले की कमी का संकट लगातार गहराता जा रहा है। ऐसे में कोयले की जरूरत वाले उद्योगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लघु और मध्यम उद्यमों को भी दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में ओडिशा एसेंबली ऑफ स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (OASME) की ओर से राज्य सरकार से इस मुद्दे को हल करने का आग्रह किया है। एमएसएमई निकाय ओएएसएमई ने ओडिशा सीएम नवीन पटनायक से इसको लेकर मदद मांगी हैं।
ओएएसएमई ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखकर गहराते जारहे इस संकट को टालने और उद्योग के संचालन को बनाए रखने में मदद करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है। ओएएसएमई के महासचिव सात्विक स्वैन ने कहा है कि उद्योग को समर्थन देने के सरकार के प्रयासों के बावजूद कोयले की आपूर्त रुकने या कम होने के कारण स्थानीय उद्योगों का अस्तित्व ही खतरे में आ गया है। ओडिशा में कैप्टिव पावर प्लांट्स (सीपीपी) आधारित उद्योगों को रुक-रुक कर कोयले की आपूर्ति के परिणामस्वरूप उन उद्योगों को खतरा है, जो कि राज्य के एमएसएमई की रीढ़ हैं और लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं।
सीपीपी आधारित उद्योग जो कोयले पर बहुत अधिक निर्भर हैं, संकट के कारण सुचारू रूप से नहीं चल पा रहे हैं। अगस्त, 2021 से सीपीपी को आवश्यक कोयले की आपूर्ति का 40 से 50 फीसदी ही मिल रहा है। स्थानीय सीपीपी-आधारित उद्योगों की 100 प्रतिशत कोयले की आवश्यकता को पूरा करने में मदद करने के लिए महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड से कोयले और रेक आपूर्ति की तत्काल बहाली जरूरी है।
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