Ganesh Chaturthi 2021: गणेश चतुर्थी पर क्यों नहीं देखा जाता चांद, क्यों कहते है इसे 'कलंक चतुर्थी'?
नई दिल्ली, 10 सितबंर। आज बुद्धि, बल और पराक्रम के प्रतीक गणेश भगवान का दिन है। पूरा देश गणेश चतुर्थी की जश्न में मगन है। किसी के घर पर गणेश जी 3 दिनों के लिए, कहीं पर 7 दिनों के लिए तो कहीं पर 10 दिनों के लिए विराजे हैं। वैसे तो गणेश भगवान बहुत ही प्यारे हैं और गुस्सा उनसे बहुत दूर रहता है लेकिन अगर ये सच में किसी पर नाराज हो जाएं तो इंसान को भूलकर भी माफ नहीं करते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ था चंद्रमा के साथ, जो कि भगवान गणेश के क्रोध के शिकार हुए थे।
गणेश भगवान नीचे गिर गए...
दरअसल पौराणिक कथाओं में जिक्र है कि एक बार गणेश जी, अपनी सवारी मूषक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे तभी रास्ते में कहीं से सांप आ गया, जिसे देखकर मूषक डर गया और उसने छलांग लगा दी, जिससे उसके ऊपर बैठे गणेश भगवान नीचे गिर गए। गणेश जी ने इधर- उधर देखा कि कहीं किसी ने उन्हें गिरते हुए देखा तो नहीं, वो अपने आप को संभालते हुए झट से उठे लकिन तभी उन्हें किसी की जोर-जोर से हंसने की आवाज सुनाई पड़ी।
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चंद्रमा ने उड़ाया गणेश जी का मजाक
उन्होंने देखा कि चंद्रमा उनपर तेजी से हंस रहा है। गणेश जी को गु्स्सा आ गया। उन्होंने कहा के' हे दुष्ट, तू किसी के गिरने पर हंसता है ना, तुझे अपने रूप पर बड़ा अभिमान है ना तो जा, मुझे तुझे श्राप देता हूं, तेरा हर दिन क्षय होगा।'
चंद्रमा ने मांगी माफी
इसके
बाद
चंद्रमा
को
अपनी
गलती
का
एहसास
हुआ।
वो
धीरे
-धीरे
घटने
लगा,
उसकी
हालत
देखकर
देवता
भी
परेशान
हो
गए,
वो
सभी
गणेश
जी
के
पास
पहुंचे
कि
अगर
चंद्रमा
का
क्षय
हो
जाएगा
तो
ब्रह्मांड
में
बड़ी
दिक्कत
हो
जाएगी।
चंद्रमा
ने
भी
प्रभु
से
क्षमा
मांगी।
जिस
पर
गणेश
भगवान
ने
कहा
कि
अब
वो
अपने
श्राप
को
तो
वापस
नहीं
ले
सकते
हैं।
लेकिन
हां
अब
ये
एक
दिन
अपने
पूरे
आकार
में
आ
जाएगा
और
वो
दिन
पूर्णिमा
कहलाएगा
लेकिन
चतुर्थी
के
दिन
चंद्रमा
को
देखने
पर
इंसान
को
कलंक
लगेगा
इसलिए
चतुर्थी
के
दिन
चांद
को
नहीं
देखा
जाता
है।
श्रीकृष्ण ने भी चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन किया था...
करवा चौथ के दिन भी चांद का दर्शन छलनी या दुपट्टे से किया जाता है। सीधे चांद देखने को मना किया जाता है। इसलिए गणेश चतुर्थी को 'कलंक चतुर्थी' भी कहा जाता है। आज के दिन चंद्र दर्शन करने पर इंसान को कलंक लगता है और वो अपयश का भागीदार बनता है, ऐसा कहा जाता है कि श्रीकृष्ण ने भी चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन किया था, जिसके कारण उनपर मणिचोरी का झूठा आरोप लगा था। इसलिए आज के दिन चंद्रमा को सीधे देखने से रोका जाता है।
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अगर चंद्र दर्शन हो जाए तो करें ये उपाय
अगर गलती से इंसान आज के दिन चंद्र दर्शन कर ले तो उसे परेशान होने की जरूरत नही है और मिथ्या दोष से बचने के लिए उसे 11 हजार बार निम्नलिखित मंत्र का जाप करना चाहिए।
- 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं चन्द्रमसे नम:।'
- गणेश जी से माफी मांगते हुए उनकी आरती कीजिएऔर उन्हें जल अर्पित करें।
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