Som Pradosh Vrat: आज है सोम प्रदोष व्रत, इन मंत्रों से कीजिए भगवान शिव को प्रसन्न
नई दिल्ली। आज है सोम प्रदोष व्रत, आज का दिन अत्यंत शुभ और सभी मनोकामनाएं पूरी करने वाला माना गया है क्योंकि सोमवार भगवान शिव का ही दिन है।सोमवार शिवजी का दिन होने से ये व्रत और भी महत्वपूर्ण हो गया है। ये साल का पहला और आखिरी सोम प्रदोष है, इसके बाद 2021 में ऐसा शुभ संयोग बनेगा, जब सोमवार को प्रदोष व्रत किया जाएगा।
कुछ विशेष मंत्रों से कीजिए शिव की पूजा
वैसे तो शिव, अपने भक्तों की सच्ची भक्ती से प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन आज के दिन अगर हम कुछ विशेष मंत्रों से उनकी पूजा करें तो इंसान की सारी परेशानियों का अंत तुरंत हो जाएगा और भोलेनाथ की कृपा से इंसान प्यार, पैसा, सम्मान और हर वो चीज जो वो पाना चाहता है, वो बड़ी आसानी से मिल जाएगा।
आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं तो कीजिए इस मंत्र का जाप
ॐ वरुणस्योत्तम्भनमसि वरुणस्य सकम्भ सर्ज्जनीस्थो| वरुणस्य ऋतसदन्यसि वरुणस्य ऋतसदनमसि वरुणस्य ऋतसदनमासीद्|
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हेल्थ के लिए
ॐ ब्रह्म ज्ज्ञानप्रथमं पुरस्ताद्विसीमतः सुरुचो वेन आवः, स बुध्न्या उपमा अस्य विष्ठाः सतश्च योनिमसतश्च विवः
सफलता के लिए कीजिए इन मंत्रों का जाप
ॐ नमः श्वभ्यः श्वपतिभ्यश्च वो नमो नमो भवाय च रुद्राय च नमः. शर्वाय च पशुपतये च नमो नीलग्रीवाय च शितिकण्ठाय च
कलह को दूर करने के लिए मंत्र
ॐ नमः पार्याय चावार्याय च नमः प्रतरणाय चोत्तरणाय च, नमस्तीर्थ्याय च कूल्याय च नमः शष्प्याय च फेन्याय च
कैसे करें पूजा
प्रदोष व्रत की पूजा संध्याकाल में होती है, शाम को पूजन के लिए व्रती पुनः स्नान करे और स्वच्छ श्वेत वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को पोछा लगाकर शुद्ध कर ले। गंगाजल छिड़कर पवित्र कर ले। इसके बाद पांच रंगों से रंगोली बनाकर मंडप तैयार करें। पूजन की सभी सामग्री एकत्रित कर लें। कलश अथवा लोटे में शुद्ध जल भर लें। कुश के आसन पर बैठ कर शिवजी की पूजा विधि-विधान से करें। ऊं नमः शिवाय मंत्र बोलते हुए शिवजी को जल अर्पित करें। इसके बाद दोनों हाथ जोड़कर शिवजी का ध्यान करें। मन ही मन अपने जीवन के संकटों के नाश और धन धान्य की प्राप्ति के लिए शिवजी से प्रार्थना करें। ध्यान के बाद, प्रदोष व्रत की कथा सुने अथवा पढ़ें। कथा समाप्ति के बाद हवन सामग्री मिलाकर 11 या 21 या 108 बार ऊं ह्रीं क्लीं नमः शिवाय स्वाहा मंत्र से आहुति दें। शिवजी की आरती करें, प्रसाद बांटे।
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