क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

Shitala Mata Chalisa in Hindi: यहां पढे़ं शीतला चालीसा, जानें महत्व और लाभ

शीतला चालीसा का पाठ करने से सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। इंसान धनी बनता है,उसे मानसिक सुख की प्राप्ति होती है और घर में खुशहाली आती है।

Google Oneindia News

Shitala Mata Chalisa

शीतला चालीसा

॥ दोहा॥

  • जय जय माता शीतला ,तुमहिं धरै जो ध्यान।
  • होय विमल शीतल हृदय,विकसै बुद्धी बल ज्ञान।
  • घट -घट वासी शीतला ,शीतल प्रभा तुम्हार।
  • शीतल छइयां में झुलई, मइयां पलना डार।

॥ चौपाई ॥

  • जय-जय- जय श्री शीतला भवानी। जय जग जननि सकल गुणखानी।
  • गृह -गृह शक्ति तुम्हारी राजित। पूरण शरदचंद्र समसाजित।
  • विस्फोटक से जलत शरीरा, शीतल करत हरत सब पीड़ा।
  • मात शीतला तव शुभनामा। सबके गाढे आवहिं कामा।
  • शोकहरी शंकरी भवानी। बाल-प्राणक्षरी सुख दानी।
  • शुचि मार्जनी कलश करराजै। मस्तक तेज सूर्य समराजै।
  • चौसठ योगिन संग में गावैं । वीणा ताल मृदंग बजावै।
  • नृत्य नाथ भैरौं दिखलावैं। सहज शेष शिव पार ना पावैं।
  • धन्य धन्य धात्री महारानी। सुरनर मुनि तब सुयश बखानी।
  • ज्वाला रूप महा बलकारी। दैत्य एक विस्फोटक भारी।
  • घर घर प्रविशत कोई न रक्षत। रोग रूप धरी बालक भक्षत।
  • हाहाकार मच्यो जगभारी। सक्यो न जब संकट टारी।
  • तब मैंय्या धरि अद्भुत रूपा। कर में लिये मार्जनी सूपा।
  • विस्फोटकहिं पकड़ि कर लीन्हो। मूसल प्रमाण बहुविधि कीन्हो।
  • बहुत प्रकार वह विनती कीन्हा। मैय्या नहीं भल मैं कछु कीन्हा।
  • अबनहिं मातु काहुगृह जइहौं। जहँ अपवित्र वही घर रहि हो।
  • भभकत तन शीतल भय जइहौं । विस्फोटक भय घोर नसइहौं ।
  • श्री शीतलहिं भजे कल्याना। वचन सत्य भाषे भगवाना।
  • विस्फोटक भय जिहि गृह भाई। भजै देवि कहँ यही उपाई।
  • कलश शीतलाका सजवावै। द्विज से विधीवत पाठ करावै।
  • तुम्हीं शीतला, जगकी माता। तुम्हीं पिता जग की सुखदाता।
  • तुम्हीं जगद्धात्री सुखसेवी। नमो नमामी शीतले देवी।
  • नमो सुखकरनी दु:खहरणी। नमो- नमो जगतारणि धरणी।
  • नमो नमो त्रलोक्य वंदिनी । दुखदारिद्रक निकंदिनी।
  • श्री शीतला , शेढ़ला, महला। रुणलीहृणनी मातृ मंदला।
  • हो तुम दिगम्बर तनुधारी। शोभित पंचनाम असवारी।
  • रासभ, खर , बैसाख सुनंदन। गर्दभ दुर्वाकंद निकंदन।
  • सुमिरत संग शीतला माई, जाही सकल सुख दूर पराई।
  • गलका, गलगन्डादि जुहोई। मंत्र न औषधि कोई।
  • एक मातु जी का आराधन।और नहिं कोई है साधन।
  • निश्चय मातु शरण जो आवै। निर्भय मन इच्छित फल पावै।
  • कोढी,
  • निर्मल काया धारै। अंधा, दृग निज दृष्टि निहारै।
  • बंध्या नारी पुत्र को पावै। जन्म दरिद्र धनी होइ जावै।
  • मातु शीतला के गुण गावत। लखा मूक को छंद बनावत।
  • यामे कोई करै जनि शंका। जग मे मैया का ही डंका।
  • भगत 'कमल' प्रभुदासा। तट प्रयाग से पूरब पासा।
  • ग्राम तिवारी पूर मम बासा। ककरा गंगा तट दुर्वासा ।
  • अब विलंब मैं तोहि पुकारत। मातृ कृपा कौ बाट निहारत।
  • पड़ा द्वार सब आस लगाई। अब सुधि लेत शीतला माई।

॥ दोहा ॥

Recommended Video

31 March 2023 AAJ KA RASHIFAL | आज का राशिफल मेष से मीन तक | Daily Astrology | वनइंडिया हिंदी
  • यह चालीसा शीतला पाठ करे जो कोय।
  • सपनें दुख व्यापे नही नित सब मंगल होय।
  • बुझे सहस्र विक्रमी शुक्ल भाल भल किंतू।
  • जग जननी का ये चरित रचित भक्ति रस बिंतू।

॥ इति श्री शीतला चालीसा ॥

English summary
Shitala Mata Paath: Know the Gopal Chalisa lyrics meaning, importance and benefits in Hindi.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X