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Somapradosh Vrat 2022 Date: मार्गशीर्ष मास का पहला प्रदोष व्रत आज, जानिए पूजा विधि
Somapradosh Vrat 2022 Puja Vidhi : संवत 2079 मार्गशीर्ष मास में दो बार सोमप्रदोष का संयोग है। पहला सोमप्रदोष आज है और दूसरा सोमप्रदोष 5 दिसंबर को होगा। सोमवार और शनिवार को प्रदोष का आना विशेष फलदायी होता है। आज का व्रत चित्रा नक्षत्र और आयुष्मान योग में है। यह प्रदोष आयुवर्द्धक और निरोगी बनाने वाला है। आज के सोमप्रदोष व्रत में कुछ विशेष वस्तुओं से शिवजी का अभिषेक करेंगे तो आपकी हर मनोकामना पूरी होगी।
आज त्रयोदशी तिथि प्रात: 10 बजकर 8 मिनट से प्रारंभ होगी। सायंकाल प्रदोषकाल में शिवजी का विधिवत पूजन कर उन्हें बेल पत्र, आंक के फूल, धतूरा आदि अर्पित करें।
इन चीजों से करें शिव पूजन
- सोमप्रदोष के दिन भगवान शिव का अभिषेक गाय के कच्चे दूध से करें और उसमें मिश्री और गुलाब का पुष्प डाल लें। इससे मानसिक सुखों की प्राप्ति होगी। मन का भटकाव बंद होगा और शिव कृपा से सारी इच्छाएं पूरी होंगी।
- सोमप्रदोष के दिन प्रदोषकाल में किसी निर्जन स्थान पर बने शिवमंदिर की साफ-सफाई करके भगवान का शोडषोपचार पूजन करें। शहद से अभिषेक करें और शहद में भीगे हुए बेलपत्र अर्पित करें। इससे आयु में वृद्धि होगी। यदि किसी रोगी के स्वस्थ होने की कामना से यह प्रयोग करेंगे तो वह शीघ्र उत्तम स्वास्थ्य को प्राप्त करेगा।
- सोमप्रदोष के दिन भगवान शिव का अभिषेक गन्ने के रस से करने से अटूट लक्ष्मी की प्राप्ति होगी।
- कालसर्प, नाग या ग्रहण दोष दूर करने के लिए शिवजी का अभिषेक पंचामृत से करें और फिर दो मुठ्ठी अक्षत अर्पित करें।
- सोमप्रदोष के दिन शिवजी को पंचामृत से अभिषेक करके महामृत्युंजय मंत्र की एक माला जाप करने से आयु में वृद्धि होगी।
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English summary
Margashirsha Somapradosh Vrat 2022 Date, Puja Vidhi, Time adnd Significance.
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