Malmas 2020: मलमास की समाप्ति के साथ ही शुरू होंगे शुभ कार्य
नई दिल्ली। 13 अप्रैल 2020 को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने के साथ ही पिछले एक महीने से चल रहा मीन मलमास समाप्त हो जाएगा। मलमास की समाप्ति नए दिन, नई ऊर्जा, नई शुरुआत का दिन होता है। इसलिए पिछले एक महीने से कोरोना वायरस के कारण यदि आपके मन में भी नकारात्मक विचार अधिक आ रहे हैं तो छोडि़ए सारी नकारात्मकता को और अपने मन को सकारात्मक ऊर्जा से भर लीजिए। घरों में ही फिलहाल सुरक्षित रहते हुए सूर्यदेव की आराधना करें, इससे रोग मुक्ति तो होगी ही मन भी प्रसन्न रहेगा।
क्या करें मलमास की समाप्ति पर
- मलमास की समाप्ति संकेत है मलीनता को दूर करने का। इसलिए सोमवार 13 अप्रैल को मलमास की समाप्ति होने पर अपने संपूर्ण घर की सफाई करें। घर के कोने-कोने से मकड़ी के जाले, धूल आदि अच्छे से साफ कर दें।
- घरों से पर्दे, सोफे के कवर, बिस्तरों की बेड शीट, कुशन कवर आदि धो दें और नए बिछा दें।
- पूरे घर का पोंछा लगाएं। पोछा लगाने के पानी में थोड़ा सा नमक या फिटकरी मिला लें।
- घर के मुख्य प्रवेश द्वार को पानी से धोकर सुंदर रंगोली सजाएं।
- स्नान करने के बाद अपने पूजा स्थान को साफ-स्वच्छ करें और भगवान की पूजा करें।
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संपूर्ण घर में गंगाजल का छिड़काव करें...
- अब संपूर्ण घर में गंगाजल का छिड़काव करें और कर्पूर से आरती करें।
- इस दिन संपूर्ण घर में गुग्गुल और लोबान की धूनी देना चाहिए, इससे वातावरण शुद्ध होता है।
- मलमास की समाप्ति के दिन पंचदेवों की पूजा का विशेष महत्व होता है। पंचदेवों में गणेश, सूर्य, विष्णु, शिव और दुर्गा शामिल है।
- इस दिन प्रातःकाल सूर्योदय के समय सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए।
शुभ कार्यों का शुभारंभ
मलमास की समाप्ति के साथ ही शुभ कार्य प्रारंभ हो जाते हैं। विवाह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश, उपनयन संस्कार आदि प्रारंभ हो जाते हैं, लेकिन फिलहाल कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चल रहा है, इसलिए ये सभी कार्य सीमित संख्या में लोगों के साथ ही संपन्न किए जा सकेंगे।
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