Jaya Ekadashi 2020: सफलता और खुशी चाहिए तो इन मंत्रों का कीजिए जाप
नई दिल्ली। जया एकादशी का व्रत किसी विशेष मनोरथ की पूर्ति के लिए किया जाता है। यदि किसी युवक या युवती का विवाह नहीं हो पा रहा है। किसी की जॉब नहीं लग पा रही है। बिजनेस कार्य-व्यवसाय जम नहीं पा रहा है या नया कार्य प्रारंभ करना है तो व्यक्ति को जया एकादशी का व्रत अवश्य करना चाहिए, वैसे भी कहा गया है कि भगवान विष्णु का जाप करने से इंसान के सारे कष्टों का निवारण हो जाता है, भगवान विष्णु बहुत ही मोहक और दयावान हैं, जो कि अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते हैं इसलिए आज के दिन अगर आप इन मंत्रों का जाप करेंगे तो आपकी हर इच्छा पूरी होगी।
दरिद्रता से मुक्ति पाने के लिए के लिए कीजिए इन मंत्रों का जाप
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।
घर में सुख-संपत्ति लाने के लिए
शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम। विश्वधारंगनसदृशम्मेघवर्णं शुभांगम। लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्याननगमयम। वन्दे विष्णुम्भवभयहरं सर्व्वलोकैकनाथम।।
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अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
धन-वैभव एवं संपन्नता का मंत्र
ॐ
भूरिदा
भूरि
देहिनो,
मा
दभ्रं
भूर्या
भर।
भूरि
घेदिन्द्र
दित्ससि।
ॐ
भूरिदा
त्यसि
श्रुत:
पुरूत्रा
शूर
वृत्रहन्।
आ
नो
भजस्व
राधसि।
कैसे करें पूजा
- ये व्रत करने के लिए जया एकादशी के दिन प्रात:काल सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
- इस दिन नहाने के जल में गंगाजल डालकर स्नान करें।
- सूर्योदय के समय सूर्यदेव को अर्घ्य दें और अपने घर में भगवान विष्णु-लक्ष्मी का पूजन करें।
- अब मन-वचन और कर्म की पवित्रता रखते हुए अपने किसी अभीष्ट कार्य की पूर्ति के लिए पूर्ण मंत्रोच्चार सहित व्रत का संकल्प लें।
- इसके बाद पूर्ण श्रद्धा-भक्ति के साथ एकादशियों का व्रत करें।
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