बैंगलोर की दुर्गा पूजा में राजस्थानी रूप धारण करेंगी मां दुर्गा
बेंगलुरु। देश भर की अलग-अलग संस्कृति को अपने अंदर समेटे हुए बैंगलोर में एक बार फिर दुर्गा पूजा की धूम मचेगी। कर्नाटक की भूमि पर मेजबानी कन्नड़भाषी करेंगे, आयोजनकर्ता बंगाली होंगे और दुर्गा पूजा का पंडाल राजस्थानी कला से सुसज्जित होगा। जी हां देश की अलग-अलग संस्कृतियों का संगम 10 से 14 अक्टूबर के बीच शहर के जेपी नगर फर्स्ट फेस इलाके में दिखाई देगा।
कल्चरल
ऑर्गनाइजेशन
आनंदधारा,
इंडो-सोशियो
वेलफेयर
फाउंडेशन
और
जेपीनगर
कल्चरल
एंड
वेलफेयर
एसोसिएशन
के
संयुक्त
तत्वावधान
में
आयोजित
होने
वाली
इस
दुर्गापूजा
में
भारतीय
कला
का
समागम
दिखाई
देगा।
इस
साल
यहां
दुर्गा
माता
भी
राजस्थानी
वस्त्र
धारण
करेंगी।
इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। हर शाम शहर के अलग-अलग स्थानों से कलाओं का प्रदर्शन एक मंच पर होगा। बैंगलोर में करीब 4 लाख बंगाली हैं, जो इस पूजा को सफल बनाने के लिये शहर के 50 अलग-अलग इलाकों से यहां इकठ्ठा होंगे।
पिछले साल पहली बार दुर्गा पूजा का आयोजन जेपी नगर फर्स्ट फेस में किया गया। पंडाल को ग्रामीण बंगाल के रूप में सजाया गया और दुर्गा मां को बंगाल की ग्रामीण महिला का रूप दिया गया। चार दिन के इस महोत्सव में शहर भर से लोगों ने हिस्सा लिया।