Ahoi Ashtami Aarti 2021: पढ़ें अहोई माता की आरती
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर। संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला अहोई अष्टमी व्रत आज है। आपको बता दें कि कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी कहते हैं। आज के दिन वो महिलाएं भी व्रत रखती हैं, जिनके बच्चे नहीं हैं, ऐसा करने से अहोई माता उनकी झोली भर देते हैं। आज के दिन पूजा करने के बाद अहोई माता की आरती जरूर करनी चाहिए लेकिन आज अहोई माता के साथ-साथ गणेश भगवान की भी आरती करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने संतान या होने वाली संतान को भगवान गणेश जी का भी आशीष मिलता है और संतान उनकी तरह ही बुद्दिमान और बलवान होता है।
अहोई माता की आरती
जय
अहोई
माता,
जय
अहोई
माता!
तुमको
निसदिन
ध्यावत
हर
विष्णु
विधाता।
टेक।।
ब्राह्मणी,
रुद्राणी,
कमला
तू
ही
है
जगमाता।
सूर्य-चंद्रमा
ध्यावत
नारद
ऋषि
गाता।।
जय।।
माता
रूप
निरंजन
सुख-सम्पत्ति
दाता।।
जो
कोई
तुमको
ध्यावत
नित
मंगल
पाता।।
जय।।
तू
ही
पाताल
बसंती,
तू
ही
है
शुभदाता।
कर्म-प्रभाव
प्रकाशक
जगनिधि
से
त्राता।।
जय।।
जिस
घर
थारो
वासा
वाहि
में
गुण
आता।।
कर
न
सके
सोई
कर
ले
मन
नहीं
धड़काता।।
जय।।
तुम
बिन
सुख
न
होवे
न
कोई
पुत्र
पाता।
खान-पान
का
वैभव
तुम
बिन
नहीं
आता।।
जय।।
शुभ
गुण
सुंदर
युक्ता
क्षीर
निधि
जाता।
रतन
चतुर्दश
तोकू
कोई
नहीं
पाता।।
जय।।
श्री
अहोई
मां
की
आरती
जो
कोई
गाता।
उर
उमंग
अति
उपजे
पाप
उतर
जाता।।
Ahoi Ashtami 2021: अहोई अष्टमी पर क्यों होता है राधा कुंड स्नान,क्या है महत्व?
गणेश जी की आरती
जय
गणेश
जय
गणेश,
जय
गणेश
देवा
।
माता
जाकी
पार्वती
पिता
महादेवा
॥
एक
दंत
दयावंत,
चार
भुजा
धारी
।
माथे
सिंदूर
सोहे
मूसे
की
सवारी
॥
जय
गणेश
जय
गणेश,
जय
गणेश
देवा
।
माता
जाकी
पार्वती
पिता
महादेवा
॥
पान
चढ़े
फल
चढ़े,
और
चढ़े
मेवा
।
लड्डुअन
का
भोग
लगे
संत
करें
सेवा
॥
जय
गणेश
जय
गणेश,
जय
गणेश
देवा
।
माता
जाकी
पार्वती
पिता
महादेवा
॥
अंधन
को
आंख
देत,
कोढ़िन
को
काया
।
बांझन
को
पुत्र
देत
निर्धन
को
माया
॥
जय
गणेश
जय
गणेश,
जय
गणेश
देवा
।
माता
जाकी
पार्वती
पिता
महादेवा
॥
'सूर'
श्याम
शरण
आए,
सफल
कीजे
सेवा
।
माता
जाकी
पार्वती
पिता
महादेवा
॥
जय
गणेश
जय
गणेश,
जय
गणेश
देवा
।
माता
जाकी
पार्वती
पिता
महादेवा
॥
दीनन
की
लाज
रखो,
शंभु
सुतकारी
।
कामना
को
पूर्ण
करो
जाऊं
बलिहारी
॥
जय
गणेश
जय
गणेश,
जय
गणेश
देवा
।
माता
जाकी
पार्वती
पिता
महादेवा
॥